नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बकरीद के मौके पर लॉकडाउन में ढील देने को लेकर केरल सरकार को फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इस मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि ये डरावना है कि इस तरह की स्थिति में भी प्रतिबंधों को लेकर इस तरह ही छूट दी गई है। पिनरई विजयन सरकार को फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा कि बाजार के दबाव से स्वास्थ्य के अधिकार के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। इससे पहले यूपी में भी कोर्ट ने कांवड़ यात्रा को लेकर सख्त रवैया अपनाया था। जिसके बाद यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा को रद्द करने का आदेश दिया।
केरल सरकार को फटकार लगाते हुए कोर्ट ने मांगा था जवाब
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि केरल सरकार को व्यापारियों की ओर से लॉकडाउन में रियायत देने की मांग के आगे आत्मसमर्पण करते देखना हैरानी भरा है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने केरल को साफ कहा है कि वह बकरीद के मौके पर भी कांवड़ यात्रा को लेकर शीर्ष न्यायालय के आदेश का पालन करे। सोमवार को इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार से जवाब भी मांगा था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केरल सरकार हमारे यूपी सरकार को कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए हमारे निर्देश का पालन करे। कोर्ट की तरफ से ये भी कहा गया कि केरल सरकार संविधान के अनुच्छेद 21 यानी सबको समान अधिकार और जीवन के अधिकार जैसे मौलिक अधिकारों के साथ-साथ अनुच्छेद 144 को भी ध्यान में रखे।
केरल सरकार ने दायर किया अपना जवाब
मालूम हो कि मुस्लिमों के त्योहार बकरीद पर लॉकडाउन में ढील के मामले में केरल ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दायर किया था। केरल सरकार ने तर्क दिया कि पाबंदी और आर्थिक दुश्वारियां लोगों के जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही हैं। बकरीद को लॉकडाउन में रियायत देने पर सुप्रीम कोर्ट में दायर एक हलफनामे में स्पष्ट कहा गया था कि लॉकडाउन को अनिश्चित काल तक नहीं बढ़ाया जा सकता है।
केरल बन रहा कोरोना संक्रमण का केंद्र
केरल में कोरोना नियमों में ढील ऐसे समय में दी जा रही है जब एक बार फिर से यह राज्य संक्रमण का केंद्र बन गया है। यहां बीते एक हफ्ते से रोज दस हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले आ रहे हैं। कुछ इलाकों में संक्रमण दर 11 फीसदी से भी ज्यादा है, जो कि चिंता का विषय है। सोमवार को भी यहां कोरोना के 9 हजार 931 नए मामले आए। ऐसे में बकरीद को लेकर लॉकडाउन में रियायत देने से कोरोना संक्रमण के और तेजी से फैलने की आशंका है।