बंगाल चुनाव के बाद पहली मुलाकात
नई दिल्ली। बंगाल चुनाव में सत्ता में वापसी कर दीदी ओ दीदी बयान का जवाब 292 में से 214 सीटें जीतने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार शाम को अपने पांच दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंची। जिसके बाद मंगलवार को उन्होंने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर समेत कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और कमलनाथ से मुलाकात की। लेकिन इन सब मुलाकातों के इतर एक खास मुलाकात भी थी जिसने खबरों में हेडलाइन्स बन खासी जगह घेरी। दरअसल प्रशांत किशोर और कांग्रेस नेताओं से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शाम 4 बजे प्रधानमंत्री मोदी से मिली।
बंगाल चुनाव के बाद थी पहली मुलाकात
करीब तीन महीने पहले एक दूसरे के विरोधी रहे मोदी और दीदी एक ही छत के नीचे आमने सामने दिखे। लेकिन इस बार दोनों एक दूसरे के खिलाफ कोई चुनावी मैदान में नहीं बल्कि कुछ ज़रूरी मुद्दों पर चर्चा करते दिखे। हाल ही में चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री से कोई बधाई संदेश न पाने का आरोप लगा चुकी ममता की यह मुलाकात को इसलिए भी एक खास नज़र से देख रहे है।
मीटिंग में हुई बातें
ममता बनर्जी ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री को बताया कि बंगाल को कम वैक्सीन मिली, हमें और भी राज्य की जनसंख्या के हिसाब से वैक्सीन की जरूरत है। दीदी ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री से पेगासास जासूसी मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मैंने राज्य का नाम बदलने के लंबित मुद्दे को भी उठाया। इस मुद्दे पर पीएम ने कहा कि वह देखेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से हुई सभी बातों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।