नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 हटाए जाने की दूसरी सालगिरह पर श्रीनगर में गुरुवार को जामिया मस्जिद के पास एक धमाका हुआ है। इस धमाके को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाश पुलिस ने शुरु कर दी है। इस धमाके के दौरान किसी को भी नुकसान नहीं हुआ है। इस धमाके के बाद ग्रनेड हमले और गोलीबारी होने के भी खबर सामने आई हैं। हालांकि इस खबर की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
श्रीनगर के मुख्य चौक सोपोर पर फायरिंग
इस घटना के कुछ घंटे पहले कश्मीर घाटी में आतंकियों ने सोपोर की मुख्य चौक पर कई राउंड फारयिंग की। इसके बाद आतंकी फरार हो गए। आतंकियों की तलाश में इलाके की घेराबंदी कर अभियान चलाया जा रहा है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने पुलिस पर दूर से फायरिंग कर दी। इस घटना में किसी के हताहत या घायल होने की खबर नहीं है। हालांकि पुलिस का कहना है कि मुख्य चौक सोपोर में फायरिंग की खबर पूरी तरह से निराधार है, क्योंकि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। आम जनता से अनुरोध है कि पुलिस का सहयोग करें।
श्रीनगर में डर का माहौल
हमले के दौरान वहां मौजूद एक हिन्दी अखबार के पत्रकार ने इसके बारे में रिपोर्ट किया। ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, उन्होंने कहा कि उन्हें मस्जिद के पास की गलियों में एक दुकान के अंदर शरण लेनी पड़ी। “गोलीबारी लगभग 5 मिनट तक जारी रही। हम वहां करीब आधा घंटा रुके। फिर हम एक पिछली गली से बाहर आए, ”वह लिखते हैं कि, “मैंने वहां 20 मिनट बिताए और पानी पिया। फिर मैंने एसएसपी को फोन कर उन्हें इस बड़े धमाके की जानकारी दी। उसके बाद हम पिछली गली से निकल गए और कुछ देर बाद फिर जामिया मस्जिद पहुंचे।” हमने यह सब देखा। मुझे बहुत डर लग रहा है क्योंकि मैंने पहली बार इस तरह की गोलीबारी और विस्फोट देखा है।”