एथलेटिक्स में गोल्ड लाने वाले पहले भारतीय बने नीरज चोपड़ा
नई दिल्ली। शनिवार को देश के जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने भारत के सवा सौ करोड़ देशवासियों की उम्मीद एक भाले में समेट कर 87.58 मीटर दूर कुछ इस तरह फेंका कि भारत का एथलेटिक्स में 121 साल पुराने गोल्ड का सूखापन लबालब भर गया। भारतीय जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ज़मीन से आकाश छू लिया। दरअसल अपने क्वालिफिकेशन राउंड में ग्रुप में टॉप करने वाले नीरज चोपड़ा ने भारत को टोक्यो ओलंपिक्स 2020 का पहला गोल्ड दिला दिया।
नीरज का शानदान प्रदर्शन
भारत का एथलेटिक्स में मेडल जीतने का 121 साल का इंतजार खत्म हो गया है। जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने भारत को इस स्पोर्ट्स में गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने फाइनल में 87.58 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। नीरज ने पहले अटैम्प्ट में 87.03 मीटर और दूसरे अटैम्प्ट में 87.58 मीटर दूर भाला फेंका था। तीसरे अटैम्प्ट में उन्होंने 76.79 मीटर, जबकि चौथे और 5वें अटैम्प्ट में फाउल थ्रो किया। छठे अटैम्प्ट में नीरज ने 84.24 मीटर दूर भाला फेंका।
74 साल बाद एथलेटिक्स में गोल्ड
इसी के साथ नीरज चोपड़ा का यह मेडल इसलिए भी इतिहास के पन्नों में अंकित है क्योंकि भारत को आज़ादी के 74 साल बाद एथलेटिक्स में मेडल दिलाने वाले वह पहले भारतीय है। इससे पहले सन 1900 में नॉर्मन प्रिटचार्ड ने मेडल जीता था लेकिन वह ब्रिटिश भारतीय थे।