नई दिल्ली। कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि सोनवार से राज्य में केवल उन्हें ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, जिन्होंने कोरोनावायरस के खिलाफ पूरी तरह से दोनों डोज टीका लगवाया हो या जिनकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश और जम्मू से आने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
स्कूलों में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत
पंजाब के स्कूलों और कॉलेजों में भी उन्हीं शिक्षकों और गैर शिक्षण कर्मचारियों को शारीरिक प्रवेश की इजाजत दी गई है जो या तो पूरी तरह से टीकाकृत हैं या हाल ही में कोविड-19 से रिकवर हुए हैं। हालांकि, ऑनलाइन कक्षाएं छात्रों के लिए अभी भी एक विकल्प बना हुआ है।उन्होंने आगे टीकाकरण के लिए शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को प्राथमिकता देने का आदेश दिया है और कहा है कि विशेष शिविरों के साथ यह सुनिश्चित करें कि इस महीने के भीतर सभी को पहली खुराक से कवर किया गया है।
हर दिन 10,000 सेंपल टेस्ट किए जाएंगे
मुख्यमंत्री ने हर दिन स्कूलों के छात्रों और कर्मचारियों के कम से कम 10,000 सेंपल टेस्ट लेने का भी आदेश दिया है। जिन जिलों/शहरों में सकारात्मकता 0.2% से ऊपर है, उन्हें स्थिति में सुधार होने तक कक्षा 4 से नीचे के छात्रों के लिए कक्षाएं रोकने के लिए कहा गया है। पंजाब में प्रवेश करने वाले लोगों के पास नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाण पत्र होना जरूरी था।