महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके है केंद्रीय मंत्री नारायण राणे
नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्तार में शपथ लेने वाले सूक्षम लघु व मध्यम उद्दम मंत्री नारायण राणे पर गिरफ्तारी की तलवार लटकती नज़र आ रही है। दरअसल सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा महाराष्ट्र के कोंकण ज़िले के महाड़ इलाके में पहुँची। जहां से विवादित बयान सामने आया। आपको बता दें कि, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसी दौरान उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को यह भी नहीं मालूम कि भारत को आज़ाद हुए कितने साल हो गए है। अगर मैं होता तो उनको एक ज़ोरदार थप्पड़ मारता।
भड़कें हुए शिव सैनिक
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री से इस तरह के बयान के बाद शिव सेना के कार्यकर्ता नाराज़ हो गए। जिसके बाद युवा सेना ने उनपर FIR दर्ज कराई। साथ ही शिव सेना के गढ़ माने जाने वाले नासिक, पुणे और महाड़ इलाकों में भी नारयण राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। जिसके बाद नासिक क्राइम ब्रांच को चिपलून जाकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं।
नारायण राणे का बयान
नारायण राणे ने रैली में लोगों को संबोधित करते हुए अपने विवादित बयान में कहा कि- ‘यह शर्म की बात है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि यह स्वतंत्रता दिवस की कौन सी वर्षगांठ है। उन्होंने 15 अगस्त को स्पीच के दौरान पीछे खड़े लोगों से पूछा कि आजादी को कितने साल हो गए। अगर मैं वहां होता तो उनको जोरदार थप्पड़ मार देता।’
शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने किया पथराव
शिवसेना कर्मियों ने मंगलवार को नासिक में भाजपा कार्यालय पर पत्थर फेंके और नारायण राणे के खिलाफ नारे लगाए। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने सोमवार को एक रैली में कहा था कि मैं उद्धव को जोरदार थप्पड़ मारता। राणे के खिलाफ तीन थानों में FIR दर्ज हुई है। पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जा रही है। साथ ही नारायण राणे के बेटे नीतीश राणे ने ट्वीट कर शिव सैनिकों के लिए कहा है कि- ”युवा सेना के सदस्यों को हमारे जुहू स्थित घर के बाहर विरोध प्रदर्शन के लिए कहा गया है, या तो मुंबई पुलिस उन्हें वहां आने से रोके, नहीं तो जो कुछ भी होगा, उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी। उन्होंने ट्वीट में लिखा “शेरों की मांद में जाने की हिम्मत मत करो! हम इंतजार कर रहे होंगे!’’