नई दिल्ली। टोक्यो पैरालंपिक का मंगलवार को आगाज हो गया। मंगलवार को एक भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी देशों के पैरा एथलीटों के दल ने फ्लैग परेड में हिस्सा लिया। इस दौरान एक ऐसी घटना भी देखने को मिली, जिसने सभी को भावुक कर दिया। टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक खेलों में अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं लेकिन खेलों के उद्घाटन समारोह में देश का झंडा ज़रूर शामिल हुआ।
पैरालंपिक में अफ़ग़ानिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन सकती थी ख़ुदादादी
दो खिलाड़ियों, ज़ाकिया ख़ुदादादी और होशनी रसौली को पैरा-ताइकवॉन्डो में प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा जाना था।लेकिन दोनों ही उन हज़ारों लोगों में शामिल थे, जो तालिबान के क़ब्ज़े के बाद देश नहीं छोड़ पा रहे थे, हालांकि अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक कमिटी ने बाद में बताया कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आपको बता दें कि 23 साल की ख़ुदादादी पैरालंपिक में अफ़ग़ानिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वालीं पहली महिला बन सकती थीं। लेकिन अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों की वजह से यह संभव नहीं हो सका।
दोनों खिलाड़ियों को सुरक्षित अफ़ग़ानिस्तान से निकाला गया
अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक कमिटी के एक प्रवक्ता क्रेग स्पेंस ने कहा कि उन्हें अफ़ग़ानिस्तान से निकालने की कोशिश की गई और अब वो सुरक्षित स्थान पर हैं। उन्होंने कहा, “मैं ये नहीं बता सकता कि वो किस जगह पर हैं, क्योंकि ये खेलों के बारे में नहीं है, ये इंसानों की जिंदगी और सुरक्षा से जुड़ा है। ज़ाहिर है कि वो एक भयावह प्रक्रिया से ग़ुज़रे है, उन्हें मनोवैज्ञानिक मदद और परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है।”