नई दिल्ली। न्यूज के रिपोर्टर जियार याद को तालिबान द्वारा मारे जाने की खबर जो सोशल मीडिया पर सामने आई और कुछ समाचार एजेंसियों द्वारा प्रसारित की गई, वह सच नहीं है।
ज़ियार याद ने की ट्विटर पर पुष्टी
ज़ियार याद ने गुरुवार को ट्विटर पर पुष्टि की कि काबुल में तालिबानियों ने उन्हें पीटा था, जब वह राजधानी में एक चौराहे पर समाचार को कवर कर रहे थे। ज़ियार याद ने कहा- “मुझे अभी भी नहीं पता कि उन्होंने ऐसा व्यवहार क्यों किया और अचानक मुझ पर हमला कर दिया। इस मुद्दे को तालिबान नेताओं के साथ साझा किया गया है।” हालांकि, अपराधियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए एक गंभीर खतरा है।
टोलो न्यूज ने भी दिया आधिकारिक बयान
यहाँ तक की टोलो न्यूज ने भी अपनी वेबसाइट पर बताया कि बुधवार को काबुल में हाजी याकूब चौराहे पर गरीबी और बेरोजगारी पर रिपोर्टिंग करते समय जियार याद और उनके कैमरापर्सन को तालिबानियों ने पीटा था।