दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े छह आतंकी
नई दिल्ली। आतंकी ओसामा का चाचा हुमैद उर रहमान पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआई के सीधे संपर्क में था। उसने अपने भतीजे ओसामा और जीशान को कराची, पाकिस्तान में आतंकवादी शिक्षा के लिए पाकिस्तान भेजने में मदद की थी। पुलिस की पूछताछ में उसने यह कबूल किया है। दिल्ली पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर 29 सितंबर तक के लिए रिमांड पर लिया है। वहीं, महाराष्ट्र एटीएस ने जाकिर हुसैन शेख जिसकी उम्र 45 साल है उससे पूछताछ के बाद एक और आतंकी को गिरफ्तार किया है। स्पेशल सेल के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड बताया जाने वाला हुमैद-उर-रहमान शनिवार को दिल्ली लाया गया। शुक्रवार को उसे प्रयागराज के करेली थाने में गिरफ्तार किया गया। वह दिल्ली पुलिस के जरिए पकड़े गए छह आतंकियों के मॉड्यूल से पाकिस्तान में पढ़े ओसामा का चाचा है।
क्या होता है आईर्ईडी
आईएसआई ने भारत के कई शहरों में सीरियल ब्लास्ट के लिए IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) एक बम है जिसे पारंपरिक सैन्य कार्रवाई के अलावा अन्य तरीकों से बनाया और तैनात किया जाता है। पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने आईईडी यानी IED ब्लास्ट के जरिये हमले को अंजाम दिया था) की आपूर्ति करने के लिए दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी के साथ करार किया था।
जाकिर हुसैन शेख को जल्द ही दिल्ली लाया जाएगा। दिल्ली पुलिस को पता चला कि जाकिर शेख का पड़ोसी देश में एंटनी नाम के शख्स से संपर्क था। दिल्ली पुलिस जल्द ही जाकिर हुसैन शेख को दिल्ली ले आएगी और अन्य आतंकियों से आमने-सामने पूछताछ करेगी।
शाहरुख को मिली क्लीन चिट
एक दिन पहले एक आतंकी मॉड्यूल मामले में शाहरुख अदर खान ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। उनसे कई घंटों तक पूछताछ की गई। एटीएस(आतंकवाद निरोधक दस्ता) के अधिकारी हुमैद और जीशान के बारे में पूछते रहे। उन्होंने उससे यह भी पूछा कि जब वह चिकन फार्म में विस्फोटक जमा कर रहा था तो क्या हुआ था। चूंकि उसे फिलहाल इस मामले से किसी संबंध की जानकारी नहीं है, इसलिए गहन पूछताछ के बाद भी उसे छोड़ दिया गया। हालांकि उसे क्लीन चिट दे दी गई है, लेकिन एटीएस ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
शाहरुख ने खुद को करा पुलिस के हवाले। शाहरुख ने एक दिन पहले पुलिस के सामने सरेंडर किया था। 14 सितंबर को पोल्ट्री फार्म से विस्फोटक मिलने के बाद से वह लापता है। पुलिस को सौंपे जाने से एक दिन पहले, उसने फेसबुक पर एक वीडियो दाला, जिसमें दावा किया गया कि वह निर्दोष है। पुलिस ने कोतवाली को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। शाम को पूछताछ के बाद उसे गुप्त स्थान पर ले जाया गया। देर रात एटीएस उसे लेकर थाने पहुंची। इसके बाद उनसे कई घंटे पूछताछ की गई। उसने ज़ेशान और हू मैदे के बारे में पूछा। उससे पूछा गया कि वह हुमैद और जीशान से कैसे मिले। उसने उन्हें कितनी बार देखा है, और क्या उसने कभी उनके साथ शहर छोड़ा है? किसी ने जीशान और एक क्लोज-सर्किट टेलीविजन वीडियो में दिखाई देने वाले पोल्ट्री फार्म में विस्फोटक रखने वाले युवक के बारे में भी सवाल पूछे। रात भर की पूछताछ के बाद अगली सुबह पूछताछ शुरू हुई। इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम ने भी उनसे पूछताछ की। दोपहर में उसे छोड़ दिया गया।