नई दिल्ली। राजस्थान मे मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। भाजपा विधायक मदन दिलावर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जावाब माँगा है। जानकारी के मुताबिक मामला अलवर जिले में बड़ौदामेव पुलिस थाना क्षेत्र के मीना का बास गांव का है। दलित नाबालिक जिसकी उर्म 17 वर्षीय और नाम योगेश था, 15 सितंबर को बास गांव से अपने घर भटपुरा जा रहा था। बारिश की वजह से सड़क की हालत खराब होने की वजह से नाबालिक की बाईक 10 वर्षीय एक बच्ची से टकरा गई, जिस वजह से उस बच्ची के साथ जा रही महिलाओं ने मारपीट शुरू कर दी, देखा-देखी वहाँ लोग इकट्ठा हो गए और नाबालिक को बेरहमी से मारा।
उपचार दौरान अस्पताल में दम तोड़ा
नाबालिक के साथ मारपीट की खबर जब परिवार के लोगो को पता चली तो उन्होने तुरंत उसे नज़दिकी अस्पताल में भर्ती करावाया। लेकिन 16 सितंबर को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर योगेश को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान ही शनिवार देर शाम को अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई। अगले दिन दोपहर को मृतक के परिवार और गाँव वालो ने शव को अलवर-भरतपुर मार्ग पर रखकर विरोध जताया। मृतक के परिजनों ने 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता एवं आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की।
सियासत का खेल शुरु
ईस मामले को जान ने के बाद भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कहा कि “मॉब लिचिंग अपराध है। मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जवाब देना चाहिए। दलितों पर अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।” वही दुसरी और पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने समुदाय विशेष के लोगों पर मॉब लिंचिंग का आरोप लगाया है। मामले में आरोपितों के खिलाफ मॉब लिंचिंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज होने की बात कही हैं।