प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा के दौरान एटीवी नेताओं से मिलेंगे और भाषण देंगे। संयुक्त राज्य के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान जारी कर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की उनकी यात्रा उनकी व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और महत्वपूर्ण वैश्विक संबंधों में आगे सहयोग को मजबूत करने का एक अवसर होगा। प्रधानमंत्री की यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के निमंत्रण पर है।
सामान्य चिंता के वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर होगी राष्ट्रपति बिडेन के साथ चर्चा
प्रधान मंत्री कार्यालय के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी इस अवधि के दौरान राष्ट्रपति बिडेन के साथ भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करेंगे और सामान्य चिंता के वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच विभिन्न मुद्दों, विशेषकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर सहयोग के अवसरों पर चर्चा करने के लिए अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ भी मुलाकात करेंगे।
जी4 लीडर्स समिट में भाग लेंगे प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बिडेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ जी4 लीडर्स समिट में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि यह बैठक डिजिटल मीडिया के माध्यम से मार्च में पहले चार देशों के शिखर सम्मेलन के निर्णयों की समीक्षा करने और साझा दृष्टिकोण के आधार पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भविष्य की योजनाओं और प्राथमिकताओं को निर्धारित करने का अवसर प्रदान करेगी।
क्वाड ग्रुप में होंगे अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा “संयुक्त राज्य अमेरिका की मेरी यात्रा उनके साथ हमारी व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ हमारे संबंधों को गहरा करने और प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर सहयोग को आगे बढ़ाने का अवसर होगी।” गौरतलब है कि क्वाड (QUAD) ग्रुप में अमेरिका और भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका एक चार-पक्षीय समूह बैठक कर रहा है, और समूह के नेता भाग लेंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग का एक मजबूत संकेत भेजने और समूह के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने की उम्मीद है।