नई दिल्ली। कुछ वर्षों से दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी के कारण सर्दियों के मौसम में भीषण स्मॉग देखा गया है। इसी के चलते दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने राजधानी में पटाखों की खरीदी तथा बिक्री पर 1 जनवरी 2022 तक पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। सभी जिलाधिकारियों तथा डीसीपी को इस आदेश को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए है। इसके बावजूद अगर कोई पटाखे बेचते हुए मिला तो उसके खिलाफ नियमानुसार कारवाई के निर्देश जारी किए जाऐंगे। बता दें कि प्रदूषण को नियंत्रित रखने के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
पड़ोसी राज्यों से भी की प्रदूषण कंट्रोल करने की अपील
दिल्ली सरकार ने एक संयुक्त बैठक के दौरान अपने पड़ोसी राज्यों से भी पटाखे बैन करने की अपील की है। बैठक के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री गोपाल राय ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब राज्यों के मंत्रियों से एनसीआर रीजन में प्रदूषण कम करने हेतु, पटाखों पर बैन लगाने की गुजारिश की है। बता दें कि दिल्ली में पिछले तीन साल से पटाखों की बिक्री और खरीदी पर रोक लगी हुई है, हालांकि इन प्रतिबंधों के बावजूद राजधानी में कई जगहों पर लोग पटाखे फोड़ते दिखाई देते हैं।
कोरोना को बताया गया पटाखे बैन करने की पहली वजह
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने अपना आदेश जारी कर कोरोना महामारी को पटाखे बैन करने की पहली वजह बताई है। कोरोना की तीसरी लहर के आने का खतरा जहां अभी भी बरकरार है, वही सरकार का यह मानना है कि अगर लोगों को पटाखे फोड़ने की अनुमति दी गई तो वह सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोरोना के नियमों का उल्लंघन करते नजर आएंगे। पटाखे बैन करने का दूसरा प्रमुख कारण प्रदूषण है। बता दें कि सर्दियों में, राजधानी में प्रदूषण की समस्या और अधिक बढ़ जाती है। इसके अलावा पटाखों से होने वाले प्रदूषण से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।