नरक के कुएं में मिला यमन का अतीत, दृश्य दिखाते हुए शोधकर्ता हैरान


ई दिल्ली। स्थानीय लोगों का मानना है कि नर्क के कुएं में अपनी ओर खींचने की क्षमता है। शोधकर्ताओं ने जब कुएं के अंदर का दृश्य देखा तो उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। खाड़ी देश यमन में वैज्ञानिकों ने वेल ऑफ हेल की खोज की है। इस कुएं में कई सांपों के झुंड और झरने हैं। इस कुएं को ‘पाथ टू हेल’ या ‘जिन्ने की जेल’ के नाम से भी जाना जाता है। स्थानीय लोग दशकों से इस कुएं के पास जाने से डरते हैं।

बरहौत का कुआं

लाइव साइंस में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, यमन में खुले नर्क के कुएं का आधिकारिक नाम बरहौत का कुआं है। बरहौत वेल की गहराई करीब 367 फीट है। नरक के कुएं का व्यास 98 फीट है। आपको बता दें कि बरहौत का कुआं यमन के अल-महरा राज्य के रेगिस्तान में ओमानी सीमा के पास स्थित है। हैरानी की बात है कि ओमानी शोधकर्ताओं से पहले किसी ने भी नर्क के कुएं का दौरा नहीं किया था। कुएं के अंदर, शोधकर्ताओं ने कई झरनों की खोज की। वहां सांपों के झुंड भी बहुत थे।

यमन का अतीत

शोध दल के एक सदस्य प्रोफेसर मोहम्मद अल-किंडी ने कहा, हम कुएं के अंदर खोजना चाहते थे। फिर भी, यह डरावना था। इस शोध से यमन के अतीत के बारे में कई विवरण प्राप्त किए जा सकते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, नरक के कुएं से मरे हुए जानवर और मोती भी निकले हैं। गौरतलब है कि इस कुएं की उम्र अभी तक शिक्षाविदों द्वारा निर्धारित नहीं की गई है। वैज्ञानिकों के अनुसार नर्क का कुआँ लाखों साल पुराना हो सकता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि जो कोई भी नर्क के कुएं के पास जाता है, उसे अंदर खींच लिया जाता है। इस तथ्य के बावजूद कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नर्क का कुआँ इसे अपनी ओर खींचता है।