करीब आधे घंटे तक की परिजनों से बातचीत
नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी में बीती 3 अक्टूबर को हुए घटनाक्रम का अंजाम देश के हर कोने में देखने को मिल रहा है। प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाढ़ी चढ़ा देने वाली इस शर्मनाक घटना से पैदा हुए हालात सबने देखे। ट्विटर पर विपक्ष का इस मामले से न हटने से लेकर सत्ता में बैठे लोगों का इस मामले को अपने ट्विटर वॉल पर भी जगह न देने तक सब दिखा। बता दें कि इन सब चीजों के बीच बीते बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों को लखीमपुर खीरी पहुंच शोकाकुल परिजनों से मिलने की अनुमति दे दी। जिसके बाद काफी दिनों से सीतापुर के पीएसी कंपनी में बनी अस्थायी जेल में कैद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मृतक लवप्रीत के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे। साथ ही दोनों उसके बाद घटना में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से भी मिले।
न्याय का दिलाया भरोसा
प्रियंका गांधी बुधवार को राहुल गांधी के साथ तिकुनिया बवाल में मारे गए लवप्रीत के घर चौखड़ा फार्म पहुंचे। उन्होंने लवप्रीत के परिजन से मुलाकात की और न्याय का भरोसा दिलाया। इसके बाद वे लोग निघासन में मृतक पत्रकार रमन कश्यप के यहां भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी और उनके बेटे आशीष मिश्र की गिरफ्तारी की मांग की।
मीडिया से बिना बात किए निकले
प्रियंका गांधी और राहुल गांधी बुधवार रात करीब साढ़े नौ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच लवप्रीत के घर पहुंचे। बाहर मीडिया वालों का हुजूम लगा था लेकिन उन्होंने किसी से बात नहीं की और सीधे उनके घर चली गईं। दोनों ने लवप्रीत के परिवार वालों से बातचीत कर घटना के बारे में पूरी जानकारी ली और न्याय का भरोसा दिलाया। उनके घर से निकलने के बाद मीडिया ने प्रियंका और राहुल गांधी ने दोबारा बातचीत का प्रयास किया लेकिन उन्होंने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया और वहां से चले गए। चौखड़ा फार्म के बाद वे मृतक पत्रकार रमन कश्यप के घर निघासन पहुंचे और उनके परिवार वालों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली।