‘नया महाराजा’ नाम की मुनादी
नई दिल्ली। बेहद जद्दोजहद के बाद आखिरकार टाटा ने एयर इंडिया की बोली जीत ही ली। स्पाइसजेट को पछाड़ते हुए टाटा कंपनी ने 18 हजार की बोली लगा 68 साल बाद फिर से कर्ज में डूबी एयर इंडिया को अपने नाम किया है। इसी के साथ अब भारत की एविएशन इंडस्ट्री में टाटा समूह का दबदबा बढ़ जाएगा। टाटा समूह अब तीन एयरलाइन- विस्तारा, एयर एशिया और एयर इंडिया का मालिक हो गया है। सरकार की ओर से शुक्रवार को Air India को ‘नया महाराजा’ Tata Sons को चुने जाने की मुनादी कर दी गई है।
गौरतलब है कि जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा ने 1932 में एयरलाइन की स्थापना की। तब इसे टाटा एयरलाइंस कहा जाता था। 1946 में टाटा संस के विमानन प्रभाग को एयर इंडिया के रूप में सूचीबद्ध किया गया था और 1948 में एयर इंडिया इंटरनेशनल को यूरोप के लिए उड़ानों के साथ शुरू किया गया था। 1953 में एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया था।