लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट अब चर्चा का विषय बन चुकी है। दरअसल, यहां कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद बहुत कम थी। रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट मानी जाती है, लेकिन इस बार यहां पर मुकाबला कड़ा देखने को मिलने वाला है। कारण यह है कि रायबरेली सीट से राहुल गा्ंधी प्रत्याशी बन चुके हैं। हालांकि, घोषणा होने से पहले उम्मीद थी कि वह अमेठी से लड़ेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अगर पिछले चुनावी नतीजे पर नजर डालें तो राहुल गांधी के लिए रास्ता आसान बन रहा है क्योंकि पिछली बार यहां से उनकी माता सोनिया गांधी ने भारी अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने तब भाजपा के प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को 167,178 वोटों के अंतर से इस सीट पर हराया था। अब एक बार फिर कांग्रेस को दिनेश प्रताप सिंह टक्कर देने वाले हैं।
प्रताप सिंह की रायबरेली क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। दरअसल, दिनेश प्रताप सिंह पहले कांग्रेस के एमएलसी रह चुके हैं और वह सोनिया गांधी के बेहद करीबी थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। जनता के बीच उनकी अच्छी पकड़ को देखते हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने दिनेश प्रताप सिंह को ही टिकट दिया था, लेकिन उन्हें सोनिया गांधी से हार नसीब हो गई थी। रायबरेली सीट पर सोनिया गांधी चुनाव लड़ती रही हैं और पिछले चुनाव में भी उन्होंने यहां से जीत दर्ज की थी। यही वजह है कि इस सीट को लेकर कांग्रेस पार्टी काफी आत्मविश्वास में दिख रही है।