दिवाली हिन्दुओ के प्रमुख त्योहारों में से एक है | दिवाली का पर्व बेहद ही खास माना जाता है | देशभर में दिवाली सेलिब्रेशन बहुत धूमधाम के साथ मनाई जाती है। लेकिन बात करें राम नगरी अयोध्या की तो यहां की दिवाली देखने लायक होती है। इस साल तो यह कार्येक्रम और भी भव्य होने वाला है क्यूंकि इस बार रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली दिवाली है | इसी साल जनवरी में नया राम मंदिर बनकर तैयार हुआ है | अयोध्या का दीपोत्सव भारत के सबसे बड़े दिवाली सेलिब्रेशन में से है |
क्यों खास है इस बार कि दिवाली ?
इस बार की दिवाली बेहद ही खास है | इसके पीछे की वजह बहुत ही अनोखी है, इस साल भगवान राम घर में पधार चुके है और यह पहली दिवाली होगी | अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव होगा | सभी भक्त बेहद ही खुश है | सभी भक्ति में लीन है | 500 वर्षो बाद अपने घर में पधारने के बाद भगवन राम की यह पहली दिवाली बेहद ही भव्य और दिव्ये होने वाली है | इस बार प्राण-प्रतिष्ठा के बाद भी दीपोत्सव में रिकॉर्ड बनाया जायेगा | अयोध्या में 35 लाख दिए जलाकर बनाया जायेगा विश्व रिकॉर्ड | राम की पैड़ी पर 25 लाख दीप जलाये जायेंगे और अयोध्या नगरी में 10 लाख दीप जलाएंगे | एक साथ 1100 लोग आरती भी करेंगे | वही आपको बता दे की, इस बार दीपोत्सव का 8वा संस्करण रहेगा | अयोध्या में दीपोत्सव का कार्येक्रम 28 से 31 अक्टूबर तक रहेगा |
रामलला प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहला दीपोत्सव :
यह पर्व हर साल बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है, इस बार राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा के बाद यह उनका पहला दीपोत्सव होगा | इसको खास बनाने की तैयारी में लगे हुए है सभी | जलाये जायेंगे 25 लाख दीप, जो आपने आप में विश्व रिकॉर्ड होगा | इस बार की सबसे खास बात यह है की, सभी दीपो को गाये के गोबर से बनाया जायेगा | दीये बनाने में अयोध्या नगर निगम सहायता कर रहा है | नगर निगम द्वारा संचालित गोशालो की मदद से तैयार हो रहे है दीये | सभी दीपों को जलाने के लिए स्वयंसेवको को लगाया गया है | CM योगी आदित्यनाथ ने इसको भव्य और दिव्य बनाने का ऐलान भी कर दिया है |
दीये जलाने का रिकॉर्ड:
दीपोत्सव में हर बार राम की पैड़ी पर दिए जलाने का रिकॉर्ड टूटता है | इस बार भी ऐसा ही कुछ खास नजारा देखने को मिलेगा | पिछले 7 सालो से अयोध्या में दीपोत्सव का रिकॉर्ड कायम हो रहा है, जिसको इस बार भी बनाये रखने का इरादा है | पहली बार 2017 में आयोजित हुए दीपोत्सव कार्येक्रम में 1 लाख 71 हजार दीये जलाये गए थे, जिसके बाद हमेशा इसमें लगातार बढ़ोतरी की गयी है | साल 2018 में 3 लाख 1 हजार दीये जलाये गए | 2019 में 4 लाख 4 हजार, 2020 में 6 लाख 6 हजार, 2021 में 9 लाख 41 हजार, 2022 में 15 लाख 76 हजार और 2023 में 22 लाख 23 हजार दीये जलाये गए | 2024 में 25 लाख दीप प्रज्जवलित करके नया रिकॉर्ड कायम करने का इरादा है |
लेखिका: लवली कुमारी