पंजाबी भाषा, साहित्य और संस्कृति पर बाराबंकी में राष्ट्रीय संगोष्ठी, चुनौतियों और संभावनाओं पर हुआ मंथन

बाराबंकी, 13 जून 2025:
जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल पी. जी. कॉलेज, बाराबंकी में शुक्रवार को “पंजाबी भाषा, साहित्य और संस्कृति: वर्तमान चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ” विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन भव्य रूप से संपन्न हुआ। यह संगोष्ठी उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी, लखनऊ और कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) सीताराम सिंह ने अध्यक्षता की, जबकि उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के निदेशक ओम प्रकाश सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संगोष्ठी में प्रो. रंजीत कौर, प्रो. अनिल कुमार विश्वकर्मा, प्रो. विजय कुमार वर्मा और अजय कुमार पाण्डेय ने विषय पर सारगर्भित विचार रखे। कार्यक्रम समन्वयक अरविंद नारायण मिश्र की उपस्थिति ने आयोजन को और भी व्यवस्थित रूप दिया।

वक्ताओं ने पंजाबी भाषा के संरक्षण, विकास और वर्तमान संकटों को रेखांकित करते हुए उसकी संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। प्राचार्य डॉ. सीताराम सिंह ने विश्वविद्यालयों में पंजाबी विभाग की अनुपस्थिति पर चिंता जताई और कहा कि भारतीय भाषाओं का संवर्धन हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कॉलेज में पंजाबी विषय की पढ़ाई शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय, यूपीआरटीयू और इग्नू के माध्यम से आवश्यक पहल का आश्वासन दिया।

प्रो. विजय कुमार वर्मा ने पंजाबी भाषा और संस्कृति के ऐतिहासिक आयामों को सामने रखा, जबकि प्रो. रंजीत कौर ने पंजाबी भाषा की वर्तमान स्थिति और जनसांख्यिकी पर आधारित समस्याओं का विश्लेषण किया। मुख्य अतिथि ओम प्रकाश सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पंजाबी भाषा के विकास हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की और कॉलेज प्रशासन को इस सार्थक आयोजन के लिए बधाई दी।

संगोष्ठी में कॉलेज के प्रो. अबरीश कुमार शास्त्री, प्रो. संतोष कुमार गौड़, प्रो. कृष्ण कांत चंद्रा, प्रो. सुनीता यादव, डॉ. प्रदीप कुमार समेत करीब 400 शोधार्थी, स्नातकोत्तर छात्र और नगर के पंजाबी भाषी नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. अनिल कुमार विश्वकर्मा ने कुशलता से किया।

यह संगोष्ठी पंजाबी भाषा, साहित्य और संस्कृति को नई दिशा देने की दृष्टि से एक महत्त्वपूर्ण पहल के रूप में सामने आई।