स्कूल बैग पाकर खिलखिला उठे नन्हे मुन्ने बच्चेगौरी जायसवाल ने अपनी ओर से 187 बच्चों को दिए बैग, बीईओ बोले—बच्चे हैं हमारी सबसे बड़ी दौलत

त्रिलोकपुर, रामनगर।
प्राथमिक विद्यालय, रोटी गांव के नन्हे-मुन्ने छात्रों के चेहरे उस वक्त खुशी से खिल उठे, जब शिक्षिका गौरी जायसवाल ने अपनी ओर से 187 स्कूल बैग बच्चों को भेंट किए। इस सराहनीय पहल ने न केवल बच्चों में उत्साह भरा, बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों को भी भावुक कर दिया।

इस अवसर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने भी बच्चों को बैग वितरित किए। बच्चों के बीच जाकर उन्होंने कहा, “बच्चे हमारी सबसे बड़ी पूंजी हैं। अगर उन्हें स्नेह और प्रोत्साहन मिले तो वे निश्चित ही बुलंदियों तक पहुंचेंगे।” उन्होंने शिक्षिका गौरी जायसवाल के इस योगदान की खुलकर सराहना की और कहा कि “शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं, बच्चों में विश्वास और आत्मसम्मान जगाना भी शिक्षक का दायित्व है।”

इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि समाज का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि हम आज अपने बच्चों को किस तरह की सोच और अवसर देते हैं। हर बच्चे को अच्छी शिक्षा और समान अवसर देना समाज और शिक्षकों की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

इस अवसर पर एआरपी रजनीश सिंह ने विद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता की ऐप के माध्यम से जांच की और संतोष व्यक्त किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक जयसिंह सहित कई शिक्षक, अभिभावक और स्थानीय लोग मौजूद रहे।

यह आयोजन बच्चों के लिए केवल एक उपहार नहीं बल्कि प्रेरणा और उम्मीद की झलक था, जो उन्हें भविष्य में और बेहतर करने की ओर अग्रसर करेगा।