
देश के पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश का असर अब गंगा के जलस्तर पर साफ दिखाई देने लगा है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और बुधवार सुबह यह 62.52 मीटर रिकॉर्ड किया गया। 10 मिमी प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में हो रही वृद्धि ने प्रशासन और तटवर्ती इलाकों के निवासियों की चिंता बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि वाराणसी में गंगा का चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर और खतरे का बिंदु 71.26 मीटर है। वर्तमान जलस्तर अभी चेतावनी बिंदु से लगभग 8 मीटर नीचे है, लेकिन जिस तेजी से पानी बढ़ रहा है, उसे देखते हुए तटवर्ती इलाकों में सतर्कता और निगरानी बढ़ा दी गई है।
मानसून की सक्रियता के साथ उत्तराखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के अन्य इलाकों में हो रही भारी बारिश का असर गंगा में साफ नजर आ रहा है। गर्मी के दिनों में जहां गंगा के घाटों पर रेत नजर आती थी, अब वहां जलधारा तेज होती जा रही है।
गंगा किनारे रहने वाले नाविकों और स्थानीय लोगों ने अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। वहीं, संभावित आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें भी अलर्ट हो चुकी हैं। केंद्रीय जल आयोग की ओर से गंगा के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे गंगा किनारे अनावश्यक रूप से न जाएं और बच्चों को जलधारा के पास न खेलने दें। हालात पर कड़ी नजर रखते हुए राहत एवं बचाव दलों को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।