
📍 फतेहपुर (बाराबंकी), 07 जुलाई।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मौ. पुर खाला में तैनात एक सरकारी डॉक्टर की आठ वर्षों से गैरहाजिरी पर अब भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने मोर्चा खोल दिया है। यूनियन की मासिक बैठक में इस गंभीर शिकायत पर चर्चा करते हुए कार्यकर्ताओं ने रणनीति बनाई और सोमवार को तहसील अध्यक्ष के आह्वान पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सूरतगंज स्थित सीएचसी पहुंचे, जहां अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
जानकारी के अनुसार, मौ. पुर खाला पीएससी में तैनात डॉक्टर डॉ. मुकेश ने पिछले आठ वर्षों में एक भी दिन ड्यूटी पर नहीं पहुंचने की सूचना संगठन को मिली थी। यूनियन के तहसील महासचिव अभिषेक बाजपेई व ब्लॉक अध्यक्ष विजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में सीएचसी अधीक्षक को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि सरकारी वेतन लेने के बावजूद डॉक्टर अस्पताल से गायब रहते हैं और किसी अन्य कमाई के काम में संलिप्त हैं, जो सेवा शपथ और जनता के साथ विश्वासघात है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि यदि डॉ. मुकेश के कार्यकाल की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। संगठन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी पत्र भेजकर डॉक्टर को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त करने की मांग की है।
भाकियू के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन के भीतर जांच शुरू नहीं हुई, तो संगठन को बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी।