सावन के दूसरे सोमवार को लोधेश्वर महादेवा में भक्तों का सैलाब, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा, मंदिर की महिमा का आकर्षण!

सावन के दूसरे सोमवार को लोधेश्वर महादेवा में भक्तों का सैलाब

रामनगर (बाराबंकी)। सावन मास के दूसरे सोमवार को प्रसिद्ध लोधेश्वर महादेवा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। यह पावन धाम न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यता भी अत्यंत विशिष्ट है। कहा जाता है कि लोधेश्वर महादेवा का शिवलिंग स्वयंभू है और त्रेतायुग से जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि रामायण काल में भगवान श्रीराम के पूर्वजों ने इस स्थान पर महादेव की तपस्या की थी। यहां सावन में पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं।

प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध

श्रद्धालुओं की भारी आमद को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। रविवार शाम से ही उरई, झांसी, जालौन, फतेहपुर, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर, गोंडा, बहराइच सहित कई जिलों से कांवड़िए दोपहिया व चौपहिया वाहनों से मंदिर पहुंचने लगे हैं। वहीं, दूर-दराज के जनपदों से ट्रेन के माध्यम से भी शिवभक्त महादेवा आ रहे हैं।

सुरक्षा के लिहाज से आधा दर्जन पुलिस क्षेत्राधिकारी

सुरक्षा के लिहाज से आधा दर्जन पुलिस क्षेत्राधिकारी, 10 इंस्पेक्टर, 17 थाना अध्यक्ष, 116 उपनिरीक्षक, 16 महिला उपनिरीक्षक, 379 सिपाही, 116 महिला सिपाही, 6 यातायात निरीक्षक, 42 ट्रैफिक पुलिस, 20 होमगार्ड और एक कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है। मंदिर और मेला परिसर में कई दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगातार निगरानी कर रहे हैं।

मेले और दर्शन व्यवस्था की निगरानी के लिए उप जिलाधिकारी विवेकशील यादव, क्षेत्राधिकारी गरिमा पंत और तहसीलदार विपुल कुमार कैंप करेंगे। साथ ही थाना प्रभारी अनिल कुमार पांडे और महादेवा चौकी प्रभारी संतोष कुमार त्रिपाठी अपनी टीम के साथ सुरक्षा में तैनात रहेंगे।

सावन के इस पावन पर्व पर लोधेश्वर महादेवा मंदिर आस्था, भक्ति और श्रद्धा का सजीव प्रतीक बन गया है, जहां “हर-हर महादेव” के उद्घोष से संपूर्ण वातावरण शिवमय हो उठा है।