
जौनपुर (मुंगराबादशाहपुर)। सावन मास में 22 और 23 जुलाई (तेरस) को कांवड़ियों की भारी भीड़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद हो गया है। प्रयागराज से जल लेकर सुजानगंज गौरी शंकर मंदिर में जलाभिषेक के लिए आने वाले लाखों कांवरियों की सुरक्षा और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्राधिकारी प्रतिमा वर्मा ने यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सीओ ने कस्बे में अतिक्रमण हटवाने, विद्युत खंभों पर पन्नी चढ़वाने और सड़क से दूर शिविर लगवाने के निर्देश दिए। प्रयागराज बॉर्डर (पांडेपुर) और प्रतापगढ़ बॉर्डर (ईटहरा) पर विशेष सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने और कांवड़ मार्ग व हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही गई है।
कांवड़ यात्रा के दौरान नशे पर रोकथाम के लिए सीमावर्ती गांवों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सीओ प्रतिमा वर्मा ने बताया कि जलाभिषेक के दिन पांच थानों के प्रभारी, 12 उपनिरीक्षक, 40 सिपाही, ट्रैफिक पुलिस और भारी सुरक्षा बल तैनात रहेगा। साथ ही विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर, फायर ब्रिगेड टीम व व्यापक पुलिस व्यवस्था की जाएगी।
थाना प्रभारी के के सिंह ने यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए प्रयागराज-सुजानगंज मार्ग को वन-वे करते हुए डिवाइडर और बैरिकेडिंग लगवाई है। भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया है —
प्रयागराज से जौनपुर की ओर जाने वाले वाहन अब बरना, जंघई, मछलीशहर होते हुए जाएंगे।
वहीं, जौनपुर से प्रयागराज जाने वाले वाहन प्रतापगढ़ होते हुए निकलेंगे या फिर सरोखनपुर से गोधुंवा वाया प्रतापपुर से प्रयागराज पहुंचेंगे।
ईटहरा, गोविंदासपुर, सरोखनपुर सहित नगर के कांवड़ यात्रा मार्ग पर अगले 48 घंटे तक चार पहिया वाहनों की नो-एंट्री लागू रहेगी।