
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में धर्म परिवर्तन और पहचान छिपाकर धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर में बीते एक साल से पुजारी बनकर रह रहा युवक असल में मुस्लिम निकला। युवक ने खुद को ‘कृष्ण’ नाम से पुजारी बताया था और पूजा-पाठ के साथ ग्रामीणों को आध्यात्मिक ज्ञान भी दे रहा था। लेकिन बीते बुधवार को शिवरात्रि और कांवड़ यात्रा के दौरान उसकी धोती खुलने से असली पहचान सामने आ गई, जिससे गांव में हड़कंप मच गया।
जानकारी के अनुसार, युवक ने एक साल पहले खुद को ‘कृष्ण’ नाम बताकर मंदिर में रहने और पूजा करने की अनुमति मांगी थी। उस समय मंदिर में कोई स्थायी पुजारी नहीं था, इसलिए ग्रामीणों ने उसे पूजा-पाठ की जिम्मेदारी सौंप दी। युवक ने पूरे मनोयोग से पूजा की, प्रवचन दिए और ग्रामीणों का विश्वास जीत लिया। लोग उसे साधु मानने लगे और सम्मान देने लगे।
कुछ महीनों बाद कुछ लोगों को संदेह हुआ और उन्होंने उससे पहचान पत्र की मांग की। इसके बाद युवक अचानक 15 दिनों के लिए गायब हो गया। लौटने पर उसने फिर पूजा शुरू कर दी। हाल ही में एक ग्रामीण से हाथ की रेखा देखने को लेकर उसका विवाद हुआ, जिसके बाद वह मंदिर छोड़कर चला गया।
बुधवार को शिवरात्रि और कांवड़ यात्रा के अवसर पर मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया था। इस दौरान युवक मंदिर लौटा और कमरे से कुछ सामान निकालने लगा। ग्रामीणों को उस पर चोरी का शक हुआ और पूछताछ शुरू की गई। इसी दौरान बहस बढ़ी और कुछ लोगों ने उसकी धोती खींच दी। इसी दौरान उसकी असली पहचान सामने आ गई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना असली नाम कासिम पुत्र मोहम्मद अब्बास बताया और बताया कि वह बिहार के सीतामढ़ी जिले के ग्राम कोली रायपुर का निवासी है। उसने बताया कि उसके पिता एक मौलवी हैं और वह 20 साल पहले उत्तर प्रदेश आ गया था। दिल्ली के मंदिरों में रहते हुए उसने पूजा-पाठ और मंत्रोच्चारण सीख लिया और अपने हाथ पर ‘कृष्ण’ नाम भी गुदवा लिया।
कासिम का कहना है कि उसने स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपना लिया है और कई वर्षों से संतों के साथ रह रहा है। हालांकि ग्रामीणों और पुलिस का कहना है कि उसने हमेशा अपनी पहचान छिपाई और दस्तावेजों में भी कृष्ण नाम ही दिया। पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और बिहार पुलिस को सूचना भेज दी गई है।
इस घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई है और लोगों में आक्रोश है। उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिनमें धर्म परिवर्तन और पहचान छिपाकर धार्मिक स्थलों पर घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं। योगी सरकार द्वारा सख्ती के बावजूद ऐसी घटनाओं का सामने आना चिंता का विषय बन गया है।