देवरिया में ट्रांसफर के बाद भी BDO ने किए लाखों के भुगतान, भ्रष्टाचार का बड़ा मामला उजागर!

देवरिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर से सटे देवरिया जिले में भ्रष्टाचार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। भटनी ब्लॉक के निवर्तमान खंड विकास अधिकारी (BDO) परशुराम राम ने तबादले के बाद भी पूर्व पद का दुरुपयोग करते हुए 25 लाख रुपये से अधिक का भुगतान फर्मों को कर दिया। यह मामला अब जिले में चर्चा और जांच का विषय बन गया है।

मामले की पृष्ठभूमि कुछ इस प्रकार है:
11 जुलाई को परशुराम राम का ट्रांसफर भटनी ब्लॉक से तरकुलवा ब्लॉक कर दिया गया था। इसी दिन नव नियुक्त BDO संतोष कुमार ने भटनी ब्लॉक का कार्यभार भी विधिवत रूप से संभाल लिया। लेकिन इसके बावजूद, 12 से 15 जुलाई के बीच परशुराम राम ने अपने पुराने पद का प्रयोग करते हुए करोड़ों के बजट में से 25 लाख से अधिक की सरकारी धनराशि का भुगतान विभिन्न फर्मों को कर डाला।

जब वर्तमान BDO संतोष कुमार को इस अनियमितता की जानकारी हुई, तो उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी (CDO) प्रत्यूष पांडेय को लिखित शिकायत दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए CDO ने तत्काल जांच का जिम्मा जिला विकास अधिकारी (DDO) को सौंप दिया।

बड़ा सवाल यह है:

जब परशुराम राम का ट्रांसफर हो चुका था, तो किसके संरक्षण में यह भुगतान संभव हो पाया?

DPRO कार्यालय से डोंगल पर रोक क्यों नहीं लगाई गई थी?

इस भ्रष्टाचार की खबर से विकास भवन में हड़कंप मच गया है और कई अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

मीडिया की हिडन कैमरा पड़ताल में, वर्तमान BDO संतोष कुमार ने कहा,
“अगर ज्यादा उछल-कूद हुई तो परशुराम राम सस्पेंड हो जाएंगे।”

वहीं दूसरी ओर, परशुराम राम ने कैमरे पर सफाई देते हुए कहा,
“मैं पटना में निजी कार्य से रुका था और जब तक मैंने चार्ज नहीं दिया, तब तक कार्यवाही करना मेरा अधिकार था। अगर मैंने कुछ गलत किया है तो जांच में सब सामने आ जाएगा।”

मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों की मानें तो जांच रिपोर्ट के बाद परशुराम राम पर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई हो सकती है।