
देवरिया,समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित जयप्रकाश नारायण आश्रम पद्धति विद्यालय, मेहरौना में एक बार फिर खाद्य गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। विद्यालय में रहने वाले 350 से अधिक छात्रों ने खाने में कीड़ा निकलने के विरोध में सोमवार को स्कूल परिसर में ही भूख हड़ताल शुरू कर दी।
छात्रों का आरोप है कि आए दिन खाने में कीड़ा, छिपकली, शीशा और पत्थर जैसे खतरनाक तत्व निकलते हैं, जिससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद परेशान हैं। आज जब फिर खाने में कीड़ा निकला, तो छात्र गुस्से में उबल पड़े और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रुति शर्मा सहित कई अफसर मौके पर पहुंचे और छात्रों को मनाने की कोशिश करने लगे, लेकिन छात्र डीएम के आने तक भूख हड़ताल जारी रखने पर अड़े रहे। मीडिया के सवालों पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट खुद असहज दिखीं और जवाब देने से बचती नजर आईं।
छात्रों ने बताया कि यहां शुद्ध पेयजल तक उपलब्ध नहीं है। एकमात्र हैंडपंप के सहारे सबको पानी पीना पड़ता है। न RO है, न कोई अन्य सुविधा। हालात ऐसे हैं कि कई छात्र बैग लेकर खुद ही घर लौटते नजर आए। उनका कहना था कि “हम दहशत के माहौल में जी रहे हैं, हम बीमार हो जाएंगे… इसलिए घर जा रहे हैं।”
यह पहली बार नहीं है जब विद्यालय में खाने को लेकर हंगामा हुआ हो। पिछले वर्ष अगस्त में भी फूड प्वॉयजनिंग की बड़ी घटना सामने आई थी, जिसमें एक छात्र की मौत हो गई थी और कई बीमार पड़े थे। इसके बावजूद प्रशासन और विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही अभी तक जारी है।
छात्रों और अभिभावकों ने मांग की है कि डीएम मौके पर आएं, दोषियों पर कार्रवाई हो और विद्यालय में खाद्य गुणवत्ता व बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं, अन्यथा आंदोलन और तेज किया जाएगा।