अमेरिका की तानाशाही नहीं चलेगी, राष्ट्रहित में खड़ा हो भारत: अमरेश मिश्र

लखनऊ। राष्ट्रवादी किसान क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेश मिश्र ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25% टैरिफ (कर) और रूस से व्यापार करने पर ‘जुर्माना’ थोपने के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे भारत की विदेश नीति, आर्थिक स्वतंत्रता और संप्रभुता पर सीधा हमला बताया है।

अमरेश मिश्र ने कहा कि एक स्वतंत्र राष्ट्र पर कोई भी देश जुर्माना नहीं लगा सकता। यह अमेरिका की साम्राज्यवादी सोच है कि भारत उसके मुताबिक चले और वह देश जो अमेरिका के दुश्मन हैं, उन्हें भारत भी दुश्मन माने। यह स्वीकार नहीं किया जा सकता।

उन्होंने चेताया कि यदि भारत सरकार अमेरिका के दबाव में आकर रूस और ईरान से तेल खरीदना बंद कर देती है, तो देश की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी। महंगाई बेकाबू हो जाएगी और छोटे उद्योग जो लाखों लोगों को रोजगार देते हैं, बंद हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था को “dead economy” कहकर अपमानित किया है और कहा है कि भारत और रूस एक साथ डूबेंगे। इसके बावजूद भारत सरकार अमेरिकी दबाव में झुकती जा रही है, यह चिंताजनक है। ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ नई ट्रेड डील की है, जहां अमेरिका उसे तेल खोजने में मदद करेगा, और भारत का अपमान करते हुए कहा है कि भविष्य में भारत पाकिस्तान से तेल खरीदेगा।

अमरेश मिश्र ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति को पूरी तरह विफल करार दिया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान पर जीतती हुई जंग सिर्फ ट्रंप के कहने पर रोकी थी, जिसके बदले वादे झूठे निकले और भारत को नुकसान ही हुआ।

उन्होंने आरोप लगाया कि इजराइल द्वारा गाजा में किए जा रहे निर्दोषों के कत्लेआम का समर्थन करने वाले ट्रंप की धमकियों पर चुप रहना भारत के हित में नहीं है।

अमरेश मिश्र ने दो टूक कहा कि अगर वर्तमान सत्ताधारी ताकतें भारत के सम्मान और हितों की रक्षा नहीं कर पा रही हैं, तो राष्ट्रवादी किसान क्रांति दल यह जिम्मेदारी उठाएगा। अमेरिका के सामने घुटने टेकने के परिणाम बहुत भयंकर होंगे।

उन्होंने भारत की जनता से आह्वान किया कि अब समय आ गया है जब देश अमेरिका-इजराइल के खिलाफ मज़लूमों के पक्ष में खड़ा हो और चीन, रूस, ईरान जैसे अमेरिका-विरोधी मोर्चे का नेतृत्व करे।