
बेनीगंज/हरदोई। विकासखंड टड़ियावां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कालाआम में गुरुवार को मरीजों को डॉक्टर का इंतजार करते हुए दोपहर तक मायूस लौटना पड़ा। सुबह से ही दर्जनों मरीज उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन डॉक्टर की कुर्सी खाली रही। मरीजों में नाराज़गी तब और बढ़ गई जब दोपहर तक भी कोई चिकित्सक नहीं पहुंचा।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है, जब डॉक्टर समय से अस्पताल नहीं पहुंचे हों। आए दिन डॉक्टरों की गैरहाजिरी से मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार मरीजों को ज़रूरी दवाइयों के लिए हरदोई जिला अस्पताल का रुख करना पड़ता है, जिससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी होती है।
मौके पर मौजूद कुछ मरीजों ने कहा, “जब भी आते हैं, डॉक्टर नहीं मिलते। लाइन में खड़े रहते हैं और लौट जाना पड़ता है। गरीब मरीजों के लिए तो यह व्यवस्था सिर्फ़ कागज़ों में है।”
इस मामले पर जब सीएचसी टड़ियावां के प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फार्मासिस्ट डॉ. देवराज मिश्रा लखनऊ से ट्रेन से आ रहे थे, लेकिन ट्रेन का इंजन खराब होने के कारण वे लेट हो गए। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में भी ऐसी स्थिति पाई जाती है, तो संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि डॉक्टर की समय पर उपस्थिति अनिवार्य है और मरीजों को तय समय पर चिकित्सा सुविधा मिलनी ही चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।