
रामनगर, बाराबंकी।
जनपद बाराबंकी के रामनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत महादेवा पुलिस चौकी के पास स्थित हरिजन बस्ती गोबरहा में रविवार की दोपहर एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। स्टूडियो की दुकान के जीने में अचानक विद्युत करंट उतर आने से दो युवक उसकी चपेट में आ गए और झुलसकर मौके पर ही बेहोश हो गए। उन्हें आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरिजन बस्ती गोबरहा निवासी 35 वर्षीय संजय पुत्र नन्हे गौतम स्टूडियो की दुकान चलाते थे। रविवार को दोपहर लगभग 3 बजे जब वह अपनी दुकान के अंदर जा रहे थे, तभी जीने में उतरे करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। मौके पर मौजूद उनका दोस्त, मसौली थाना क्षेत्र के ग्राम गुलरिया निवासी 35 वर्षीय हौसला पुत्र दशरथ चौहान, संजय को बचाने के लिए दौड़ा, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गया।
पास के दुकानदार जब तक दोनों को करंट से अलग करते, तब तक दोनों युवक बेहोश हो चुके थे। सूचना पाकर महादेवा चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और झुलसे युवकों को एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर भिजवाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी रामनगर गुंजिता अग्रवाल, अपर पुलिस अधीक्षक विकास चंद्र त्रिपाठी, क्षेत्राधिकारी गरिमा पंत, तहसीलदार विपुल कुमार सिंह, नायब तहसीलदार सैयद तहजीब हैदर, विजय प्रकाश तिवारी, थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडे और चौकी इंचार्ज संतोष त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिया।
मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। संजय और हौसला के असामयिक निधन से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। बस्ती के लोग गहरे सदमे में हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से दोषी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन का प्रारंभिक दावा है कि दुकान में लगे पंखे के कटे तार से विद्युत प्रवाहित होने के कारण हादसा हुआ। वहीं, मृतक संजय के परिजनों और आसपास के दुकानदारों का आरोप है कि दुकान के पास लगे विद्युत पोल में करंट उतर आया था, जिससे यह हादसा हुआ।
बिजली विभाग की लापरवाही और समय पर मेंटेनेंस न होने के कारण हुई इस घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।