स्वतंत्रता दिवस के अमृत सप्ताह पर महिला व्यापारियों ने लिया स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का संकल्प!

लखनऊ – स्वतंत्रता दिवस के अमृत सप्ताह के अवसर पर उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मण्डल के तत्वावधान में राजधानी लखनऊ में एक विशेष शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें महिला व्यापारियों ने तिरंगा धारण कर और हाथों में तिरंगा लहराते हुए यह संकल्प लिया कि वे अपने निजी जीवन और व्यवसाय में केवल भारत में निर्मित वस्तुओं का ही क्रय-विक्रय करेंगी। यह कार्यक्रम अयोध्या रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित किया गया, जहां का वातावरण देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत था। जैसे ही महिला व्यापारी तिरंगे परिधान में एकत्रित हुईं, पूरा परिसर राष्ट्रगान और देशभक्ति गीतों से गूंज उठा। उपस्थित जनसमूह के चेहरों पर राष्ट्र के प्रति गर्व और स्वदेशी के प्रति प्रतिबद्धता साफ दिखाई दे रही थी। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने महिला व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में व्यापारियों की भूमिका सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी केवल भारत में निर्मित वस्तुओं का उपयोग करें और उनका प्रचार-प्रसार करें, तो हमारी अर्थव्यवस्था न केवल मजबूत होगी बल्कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को भी हम आसानी से प्राप्त कर लेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए कुटीर उद्योगों और छोटे स्थानीय व्यवसायों को प्राथमिकता देना आवश्यक है। विदेशी वस्तुओं की जगह स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के शिल्पकार, बुनकर और कारीगर भी आर्थिक रूप से सशक्त होंगे।

संजय गुप्ता ने महिला व्यापारियों से आग्रह किया कि वे इस संदेश को केवल अपने व्यवसाय तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपने ग्राहकों और समाज में व्यापक रूप से फैलाएं। उनका कहना था कि जब हम अपने घरों, बच्चों और ग्राहकों को यह सिखाएंगे कि भारत में निर्मित वस्तुएं ही खरीदें, तभी यह आंदोलन सफल होगा। यह न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक और राष्ट्रीय गौरव की दृष्टि से भी आवश्यक है। कार्यक्रम में उपस्थित महिला व्यापारियों ने भी अपने विचार रखे और कहा कि यह शपथ केवल एक दिन की औपचारिकता नहीं बल्कि जीवनभर निभाने का संकल्प है। उनका मानना था कि जब महिलाएं, जो घर और व्यवसाय दोनों की रीढ़ हैं, स्वदेशी अपनाती हैं तो इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे परिवार और समुदाय पर पड़ता है।

इस अवसर पर राष्ट्रभक्ति से भरे माहौल में महिलाओं ने हाथों में तिरंगा थामे “वन्दे मातरम्” और “भारत माता की जय” के नारे लगाए। देशभक्ति गीतों पर सभी ने एकजुट होकर स्वर मिलाए और आयोजन स्थल को तिरंगे के रंगों से सजाया गया, जिससे वातावरण और भी प्रेरणादायक हो गया। संजय गुप्ता ने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का यह संकल्प केवल एक दिन के लिए नहीं बल्कि जीवन का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने महात्मा गांधी के स्वदेशी आंदोलन का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे उस आंदोलन ने ब्रिटिश शासन के दौरान भारत की आर्थिक नींव को मजबूत किया और आजादी की लड़ाई को गति दी। आज, एक बार फिर, उसी भावना को जागृत करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि यदि व्यापारी, ग्राहक और निर्माता सभी मिलकर केवल देश में निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देंगे तो भारत की आयात पर निर्भरता घटेगी, निर्यात बढ़ेगा और विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होगा। इससे रोजगार के अवसर भी बड़ी संख्या में पैदा होंगे। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल, लखनऊ की महिला इकाई की नगर अध्यक्ष अनिला अग्रवाल, वर्तिका शुक्ला, अंजलि मौर्य, मनोरमा मिश्रा, आरती कपूर, रंजना सिंह, सुचिता मिश्रा, प्रिया शर्मा, काव्या सिंह, प्रियम पांडेय, ज्योति सिंह, ऋतु सिंह, बद्री रेणु सिंह, मञ्जूषा श्रीवास्तव, कंचन यादव, बिन्दु, शुचिता मिश्रा, षष्ठी सिंह और आयुषी शुक्ला सहित बड़ी संख्या में महिला पदाधिकारी उपस्थित रहीं। सभी ने यह संकल्प लिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस संदेश को फैलाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगी और लोगों को स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए प्रेरित करेंगी।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें सभी ने तिरंगा लहराते हुए यह संकल्प दोहराया कि वे न केवल स्वयं स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करेंगे बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करेंगे। स्वतंत्रता दिवस के अमृत सप्ताह के इस आयोजन ने न केवल स्वदेशी के महत्व को रेखांकित किया बल्कि राष्ट्रीय एकता और आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त संदेश भी दिया। लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम ने यह साबित किया कि यदि हर नागरिक, विशेष रूप से व्यापारी वर्ग, स्वदेशी को अपनाने और बढ़ावा देने का संकल्प ले, तो भारत को आर्थिक महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता। यह केवल व्यापार की बात नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का एक व्यापक आंदोलन है, जिसमें प्रत्येक भारतीय की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है।