आईआईएलएम लखनऊ का 20वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न, 86 छात्रों को मिला स्नातक प्रमाणपत्र

लखनऊ, 23 अगस्त 2025: प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सुदृढ़ पहचान बना चुके प्रतिष्ठित संस्थान आईआईएलएम एकेडमी ऑफ हायर लर्निंग, गोमती नगर, लखनऊ ने शनिवार को अपनी गौरवपूर्ण शैक्षणिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 20वां दीक्षांत समारोह धूमधाम और गरिमामय वातावरण में संपन्न किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर पीजीडीएम और पीजीडीएम (वित्तीय प्रबंधन) बैच 2023-25 के स्नातक छात्रों को विधिवत रूप से डिप्लोमा और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। समारोह की शुरुआत पारंपरिक अंदाज में मंगलाचरण और सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसने पूरे आयोजन को संस्कारपूर्ण और गंभीर वातावरण प्रदान किया। इसके बाद आईआईएलएम लखनऊ की डीन अकादमिक डॉ. सुचिता विश्वकर्मा ने औपचारिक रूप से दीक्षांत समारोह की घोषणा की और समारोह का विधिवत शुभारंभ किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, लखनऊ के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय निदेशक अश्विनी कुमार शुक्ला, विशिष्ट अतिथि के रूप में पारले के क्षेत्रीय बिक्री प्रबंधक वरुण भल्ला और आईआईएलएम विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह उपस्थित रहे। इन तीनों गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी ने समारोह की गरिमा को और भी बढ़ा दिया और छात्रों को प्रेरणा देने वाला माहौल तैयार किया।

आईआईएलएम लखनऊ के निदेशक डॉ. वी. वी. गोपाल ने स्वागत भाषण के दौरान सभी अतिथियों, छात्रों, अभिभावकों और मीडिया प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया। उन्होंने संस्थान की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि आईआईएलएम ने सदैव शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और इसके परिणामस्वरूप इस वर्ष स्नातक होने वाले बैच को 100 प्रतिशत अनुकरणीय प्लेसमेंट प्राप्त हुआ। उन्होंने इस उपलब्धि को छात्रों की मेहनत और संकाय के समर्पण का परिणाम बताते हुए भविष्य के लिए और भी ऊंचाइयां छूने का विश्वास व्यक्त किया।

इसके बाद डीन अकादमिक डॉ. सुचिता विश्वकर्मा ने 2025 की कक्षा के लिए शैक्षणिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट में विद्यार्थियों की शैक्षणिक यात्रा, परियोजनाओं, इंटर्नशिप अनुभव और संस्थान के प्रयासों का विस्तृत विवरण दिया गया। इसके साथ ही छात्रों के सर्वांगीण विकास पर भी प्रकाश डाला गया।

समारोह के मुख्य आकर्षण के रूप में मुख्य अतिथि अश्विनी कुमार शुक्ला और उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से स्नातकों को एआईसीटीई से अनुमोदित प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रदान किए। प्रमाणपत्र प्रदान करने की इस प्रक्रिया में छात्रों और उनके अभिभावकों के चेहरे गर्व और प्रसन्नता से दमक उठे। इसके बाद गणमान्य व्यक्तियों ने प्रेरणादायी भाषण भी दिए, जिनमें उन्होंने छात्रों को न केवल शैक्षणिक जीवन बल्कि व्यावसायिक करियर और व्यक्तिगत जीवन के लिए भी सार्थक मार्गदर्शन प्रदान किया।

अपने संबोधन में अश्विनी कुमार शुक्ला ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन उनके जीवन की एक नई यात्रा का प्रारंभ है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने संस्थान से जुड़े रहें और वक्ता, मार्गदर्शक एवं इंटर्नशिप प्रदाता के रूप में अगली पीढ़ी के छात्रों को सहयोग देकर इस पारिवारिक बंधन को और मजबूत करें। उन्होंने शिक्षा को केवल प्रमाणपत्र तक सीमित न रखते हुए समाज के प्रति उत्तरदायित्व निभाने की सीख भी दी।

विशिष्ट अतिथि वरुण भल्ला ने अपने प्रेरक भाषण में कहा कि नेतृत्व और निष्ठा व्यावसायिक सफलता की नींव हैं। उन्होंने छात्रों को उद्देश्यपूर्ण नेतृत्व अपनाने की सलाह दी और यह स्पष्ट किया कि बदलते व्यावसायिक माहौल में केवल तकनीकी दक्षता ही नहीं, बल्कि मूल्य-आधारित सोच भी जरूरी है।

वहीं, आईआईएलएम विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में निरंतर सीखने और अनुकूलनशीलता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जो छात्र स्वयं को नए ज्ञान और कौशल से लगातार अद्यतन करते हैं, वही बदलते समय के अनुरूप उत्कृष्टता प्राप्त कर पाते हैं।

इस अवसर पर पीजीडीएम बैच 2023-25 के 86 छात्रों को उनके स्नातक प्रमाणपत्र और पदक प्रदान किए गए। यह क्षण उनके लिए गौरव और उपलब्धि की भावना से भरा हुआ था। शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार भी प्रदान किए गए, जिनमें पीजीडीएम (कोर) बैच 2023-25 में स्वर्ण पदक आकर्ष दीप, रजत पदक प्रज्ञा मिश्रा और कांस्य पदक मोहम्मद वली को मिला। वहीं, पीजीडीएम (एफएम) बैच 2023-25 में स्वर्ण पदक आर्या त्रिपाठी, रजत पदक तंजिला अंसार और कांस्य पदक काजल शिवहरे को प्रदान किया गया।

इसके अतिरिक्त, विशेष पुरस्कारों की घोषणा भी की गई। इनमें सर्वश्रेष्ठ एसआईपी पुरस्कार पीजीडीएम 2023-25 से खुशी अग्रवाल और पीजीडीएम (वित्तीय प्रबंधन) 2023-25 से आर्या त्रिपाठी को प्रदान किया गया। इन पुरस्कारों ने न केवल छात्रों की मेहनत को सम्मानित किया, बल्कि अन्य छात्रों को भी अपने भविष्य के लिए प्रेरणा दी।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. तौसीफ इरफान और डॉ. फवाद अली खान के कुशल मार्गदर्शन में हुआ, जिन्होंने समग्र संकाय समन्वयक के रूप में कार्य करते हुए पूरे आयोजन को व्यवस्थित और प्रभावशाली बनाया। उनके संचालन ने समारोह को पेशेवर और गरिमामय रूप दिया।

समारोह का समापन स्नातक छात्रों की यात्रा, उनकी उपलब्धियों और उनके भविष्य के उत्सव के साथ हुआ। सभी छात्रों ने अपने शिक्षकों और संस्थान का आभार व्यक्त किया और वचन लिया कि वे समाज और उद्योग जगत में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ आईआईएलएम के मूल्यों को भी जीवित रखेंगे। यह दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों के लिए उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि संस्थान के लिए भी यह प्रमाण था कि वह प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में लगातार उत्कृष्टता की नई परिभाषाएं गढ़ रहा है।