
कुशीनगर। नगर पालिका परिषद कुशीनगर मे ईओ अंकिता शुक्ला के भ्रष्टाचार का मामला ठंडा भी नही हुआ है कि आचार संहिता मे सोलर बैक्ट्री खरीदारी करके आर्दश आचार संहिता का उल्लंघन कर सरकारी खजाने का बंदरबांट किये जाने मामला चर्चा में है। चर्चा कि वजह है भाजपा सोशल मीडिया के संयोजक शुभंम दीक्षित, जिन्होंने इस मामले का खुलासा किया। इनके शिकायत पर अपर जिलाधिकारी ने कसया एसडीएम को जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
अपर जिलाधिकारी द्वारा उप जिलाधिकारी कसया को जारी पत्र संख्या 407/एलबीसी/25-26 दिनांक-12अगस्त-2025 मे भाजपा सोशल मीडिया के जिला संयोजक शुभंम दीक्षित के शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच कर शीघ्र आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया दिया।
क्या है शिकायत
भाजपा सोशल मीडिया के जिलाध्यक्ष शुभंम दीक्षित द्वारा नगर पालिका परिषद कुशीनगर के जिम्मेदारो के खिलाफ अपर जिलाधिकारी कुशीनगर को दिये गये शिकायती पत्र मे कहा गया है कि लोक सभा सामान्य निर्वाचन 2024 चुनाव के दरम्यान आदर्श आचार संहिता की धज्जियाँ उडाते हुए जैम पोर्टल पर टेण्डर का प्रकाशन किये बैगर समाचार पत्रों मे गोपनीय टेण्डर निकालकर 70 सोलर बैक्ट्री की खरीदारी की गयी है। सूत्र बताते है कि यह कार्य नगर पालिका परिषद कुशीनगर के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी शैलेन्द्र कुमार मिश्र व अध्यक्ष के मिलीभगत से किया गया। हालाकि शिकायत पत्र मे शुभंम ने सिर्फ तत्कालीन ईओ को ही जिम्मेदार ठहराया है लेकिन जानकारों का कहना है कि टेण्डर निकालने से लेकर ठेका देने और भुगतान तक की सभी प्रक्रिया मे अध्यक्ष और ईओ की भूमिका बराबर की होती है।
बिना जेम पोर्टल पर अपलोड किये प्रादेशिक अखबारो में निकाल दिया टेण्डर
शिकायतकर्ता शुभंम दीक्षित ने अपने शिकायत मे यह भी कहा है कि आदर्श आचार संहिता मे प्रादेशिक समाचारपत्रो में टेण्डर निकाल कर खरीदारी करके न सिर्फ आदर्श आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गयी बल्कि टेण्डर को जेम पोर्टल पर अपलोड न करना भ्रष्टाचार का घोतक है। इसके पीछे अपने चेहतो से खरीदारी कराकर सरकारी धन का बंदरबांट करने की मंशा साफ झलक रही है, जबकि कि नगर पालिका व नगर पंचायतो में किसी भी टेण्डर को निकालने से पहले जनपद में सर्वाधिक प्रसार वाले स्थानीय समाचार पत्र, सर्वाधिक प्रसार वाले प्रादेशिक अखबार व एक अंग्रेजी समाचार पत्र में टेण्डर प्रकाशित के साथ जेम पोर्टल पर निविदा सूचना को अपलोड करना अनिवार्य है। किन्तु नगर पालिका कुशीनगर द्वारा अपने चहेतों को लाभ पहुचाने की गरज से जिम्मेदारो ने गाइडलाइन को ताक पर रखकर सरकारी खजाने को लूटने में कोई कसर नहीं छोडा है।
कैसे होगी कार्रवाई
कहना ना होगा कि नगर पालिका परिषद कुशीनगर में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार के खुलासा के बावजूद जिम्मेदार बेखौफ है। वजह यह है कि नपाध्यक्ष किरन जायसवाल के पति सत्तादल के नेता है। सूत्रो का कहना है कि अध्यक्ष पति इस बात से बेफिक्र है कि उनकी सरकार में कोई उनका कुछ नही बिगाड़ सकता है अब देखना दिलचस्प है कि भाजपा सोशल मीडिया के संयोजक शुभंम दीक्षित की शिकायत पर क्या कार्यवाही की जाती है।