एक बोरी यूरिया के चक्कर में किसान ने गवा दी अपनी जान

मृतक किसान : ओमप्रकाश – फाइल फोटो

रिपोर्टर : प्रेम दीक्षित

सकरन, सीतापुर। जिले के सकरन थाना क्षेत्र के ग्राम किरतापुर निवासी किसान ओमप्रकाश (पुत्र अंजनी जयसवाल) ने खाद के लिए हफ़्तों तक गोदामों के चक्कर लगाए, लेकिन आखिरकार निराशा और थकान ने उसकी जान ले ली।

जानकारी के अनुसार, ओमप्रकाश 22 अगस्त 2025 को बिसवां खाद गोदाम यूरिया लेने गया था। वह पूरे दिन लाइन में लगा रहा, लेकिन उसका नंबर नहीं आया और उसे खाद नहीं मिल सकी। गोदाम कर्मचारियों ने उसे आधार कार्ड जमा करने और अगले दिन यूरिया मिलने का आश्वासन दिया।

23 अगस्त को वह फिर खाद गोदाम पहुंचा और सुबह से शाम 3 बजे तक लाइन में लगा रहा। लेकिन यूरिया इस बार भी नहीं मिली। निराश होकर वह पैदल घर की ओर लौट रहा था। रास्ते में पुरैनी और भोलागंज के बीच प्रधान ढाबा के पास थकान से बैठ गया और वहीं लेट गया।

गांव लौट रहे कुछ लोगों ने ओमप्रकाश को सड़क किनारे पड़ा देखा और उसे जगाने का प्रयास किया, लेकिन उसने आंखें नहीं खोलीं। सूचना पर बिसवां कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को सूचना दी। परिजन शव को घर ले आए।

थाना प्रभारी सकरन नवनीत मिश्रा भी मौके पर पहुंचे और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। परिजनों की इच्छा पर पंचनामा भरवाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया।

ओमप्रकाश के परिवार में तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। इनमें से एक बेटा और दो बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि एक बेटी और दो बेटों की शादी बाकी है। ओमप्रकाश गांव में रहकर खेती करता था जबकि दोनों बेटे बाहर मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते थे।

इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। परिजन और ग्रामीणों का रो-रो कर बुरा हाल है।