
लखीमपुर खीरी। जिले में लगातार हो रही मरीजों की मौतों को लेकर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख़्तियार किया है। जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा। दोषी अस्पताल और क्लीनिकों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों कई शिकायतें सामने आईं जिनमें आरोप था कि कुछ निजी अस्पताल और क्लीनिक बिना मानकों और उचित सुविधाओं के संचालित हो रहे हैं। इलाज के नाम पर बरती जा रही लापरवाही के चलते मरीजों की जानें जा रही हैं।

सीएमओ की त्वरित कार्रवाई – बनीं 16 जांच टीमें
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने बड़ा कदम उठाते हुए 16 अलग-अलग क्षेत्रों में दो–दो सदस्यीय समितियों का गठन किया है। इन समितियों में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल किए गए हैं।
निर्देशानुसार, सभी टीमें एक सप्ताह के भीतर जिले के निजी अस्पतालों और क्लीनिकों का औचक निरीक्षण करेंगी। मुख्य बिंदु होंगे –
क्या अस्पताल निर्धारित स्वास्थ्य मानकों का पालन कर रहे हैं?
क्या कहीं अवैध तरीके से संचालन हो रहा है?
मरीजों की सुरक्षा और इलाज की गुणवत्ता कितनी सुनिश्चित की जा रही है?
निरीक्षण के बाद समितियां अपनी विस्तृत रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेंगी। रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन उन अस्पतालों और क्लीनिकों पर कार्रवाई करेगा जो नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
प्रशासन का मानना है कि इस अभियान से न केवल लापरवाह स्वास्थ्य केंद्रों पर रोक लगेगी बल्कि मरीजों को सुरक्षित और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।