
सूरतगंज, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति और सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। तहसील फतेहपुर विद्युत केंद्र से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
नंदऊपारा गांव निवासी बंसीलाल पुत्र स्वर्गीय मंगरे यादव ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि उनके पास एक किलोवाट का घरेलू कनेक्शन है और उन्होंने करीब 12 महीने पहले ओटीएस योजना के तहत अपना लगभग पूरा बिजली बिल जमा कर दिया था। लेकिन ठीक एक साल बाद विभाग ने उन्हें 96,906 रुपये का नया बिल थमा दिया। अचानक इतना भारी-भरकम बिल देखकर किसान बंसीलाल और उनका परिवार सकते में है।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह घटना इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपभोक्ताओं को परेशान करने पर आमादा हैं। उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनने और समाधान करने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी सामने नहीं आ रहा।
जब संवाददाता ने इस संबंध में विद्युत उपखंड अधिकारी तहसील फतेहपुर से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझा। ऐसे में विभागीय पक्ष सामने नहीं आ सका। फिलहाल उपभोक्ता बंसीलाल दर-दर भटकने को मजबूर हैं और न्याय की उम्मीद लगाए हुए हैं।