रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में 40वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा सम्पन्न!

लखनऊ। राजधानी स्थित रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय में 40वां राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने नेत्रदान के महत्व पर लोगों को जागरूक किया। बताया गया कि भारत में करीब 10 लाख लोग कॉर्नियल अंधेपन से प्रभावित हैं और हर साल लगभग 1 लाख नए मरीज इस सूची में जुड़ जाते हैं। इसके मुकाबले प्रतिवर्ष केवल 25 हज़ार नेत्रदान ही हो पाते हैं, जबकि आवश्यकता इससे कई गुना अधिक है।

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. के.पी. सिंह ने बताया कि नेत्रदान में केवल कॉर्निया लिया जाता है, जिससे मरीजों को नई रोशनी मिलती है। उन्होंने इस वर्ष कुल 2080 ऑपरेशन कर जनपद में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं डॉ. आनंद कुमार ने 1114 ऑपरेशन किए और तीसरे स्थान पर रहे।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. नीलिमा सोनकर ने कहा कि नेत्रदान वास्तव में जीवन-परिवर्तनकारी कार्य है। इससे अंधेपन से जूझ रहे लोगों को नया जीवन मिलता है।