
सिंगाही खीरी। उप-प्रभागीय वन अधिकारी के अवकाश पर जाने के बाद इलाके में लकड़ी माफियाओं ने हरे-भरे देशी आम के पेड़ों का अवैध कटान शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि कलमी आम के 15 पेड़ों के परमिट पर करीब 22 पेड़ काटे गए और लकड़ी भैरमपुर-बेलरायां रोड पर डंप कर दी गई।
दुधवा नेशनल पार्क की बफर जोन की रेंज बेलरायां के ग्राम भैरमपुर में पुरानी आम की बाग में 22 देशी आम के बड़े-बड़े पेड़ खड़े थे। उप-प्रभागीय वन अधिकारी भूपेंद्र चौधरी के अवकाश पर जाने के बाद बीट के दरोगा की देखरेख में कलमी आम के 15 पेड़ों का परमिट जारी किया गया, लेकिन लकड़ी माफियाओं ने पंद्रह की बजाय 22 विशाल पेड़ों पर आरा चला दिया।
वन दरोगा राकेश कुमार से जब इस मामले में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने केवल परमिट की पुष्टि की, लेकिन कटान की विस्तृत जानकारी नहीं दे पाए। स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी चिंता जता रहे हैं कि अगर इस अवैध कटान पर जल्द अंकुश नहीं लगाया गया तो फलों के राजा कहे जाने वाले देशी आम का अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है।