कुशीनगर में जुआ का जाल: कसया थाना क्षेत्र बना अवैध कारोबार का प्रमुख केंद्र

कुशीनगर। जिले में जुए का कारोबार तेजी से फैल रहा है और यह न केवल युवाओं को अपराध की ओर धकेल रहा है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर कर रहा है। कसया थाना क्षेत्र इस अवैध कारोबार का प्रमुख केंद्र बन गया है, जहां जुआरियों का नेटवर्क खुलकर फल-फूल रहा है। सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे और रात 9 बजे से भोर 5 बजे तक यह कारोबार खुलेआम चलता है।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार कसया के सपहा नहर के नीचे बागीचा में एक मछली व्यवसायी और उसके भाई द्वारा यह जुआ अड्डा संचालित किया जा रहा है। इसी तरह बरगद मोहल्ले, पुरानी फाजिलनगर रोड और साखोपार शराब भट्ठी के पीछे बगीचों में भी दोपहर से शाम तक जुआ का खेल चलता है। यह कारोबार न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि आसपास के जिलों तक फैला हुआ है।

ग्रामीणों और स्थानीय लोगों का कहना है कि जुआ अड्डों की गतिविधियों से चोरी, छिनैती, मारपीट और पारिवारिक कलह जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। कई बार पुलिस के पास मामले पहुंचे, लेकिन कार्रवाई नाकाफी रही और जुआरी फिर सक्रिय हो गए।

अन्य प्रभावित थाना क्षेत्र:

रामकोला: धर्मशामला मंदिर के समीप ऑनलाइन जुआ 11 बजे से शाम 4 बजे तक

कप्तानगंज: पीजी कॉलेज के पीछे दिन 2 बजे से रात 8 बजे तक

तुर्कपट्टी: सूर्य मंदिर के समीप दिन 12 बजे से शाम 5 बजे तक

हाटा और रविंद्रनगर धूस: विभिन्न स्थानों पर दिन और शाम तक जुआ का खेल

पूर्व में कप्तानगंज में स्वाट टीम ने 18 जुआरियों को गिरफ्तार किया और रविंद्रनगर धूस में पांच जुआरी 7,720 रुपये नकद व ताश की गड्डियों के साथ पकड़े गए। हालांकि, यह केवल अस्थायी कार्रवाइयां साबित हुई हैं क्योंकि जुआरी नए-नए तरीकों से अवैध कारोबार जारी रखते हैं।

सूत्र बताते हैं कि कई पुलिसकर्मी, क्षेत्र के सफेदपोश और कथित पत्रकार जुआ माफियाओं को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। इसके चलते जुआ माफिया खुलेआम कारोबार चला रहे हैं और हारने वाले जुआरियों को मोटे ब्याज पर कर्ज देकर ब्लैकमेल कर रहे हैं।