
बहराइच। रुपईडीहा, नानपारा और बहराइच के व्यापारियों का प्रमुख व्यापार नेपाली ग्राहकों पर निर्भर है। रुपईडीहा का लगभग 95 प्रतिशत व्यापार नेपाल के ग्राहकों द्वारा ही संचालित होता है। नेपाल में राष्ट्रीय, सामाजिक और सांस्कृतिक पर्व दशहरा आने के कारण नेपाली जिलों बांके, बर्दिया, दांग, सुर्खेत, दैलेख, जुम्ला, हुमला, जाजरकोट, रुकुम आदि से आने वाले ग्राहक इस समय बाजार नहीं आ रहे हैं।
रुपईडीहा में आधा दर्जन मॉल और लगभग दो दर्जन फुटकर व थोक दुकानें हैं। पर्व के कारण नेपाली ग्राहकों के न आने से इन दुकानों का व्यापार ठप पड़ा हुआ है। कई दुकानदार जिन्होंने भारी एडवांस और किराया देकर दुकान शुरू करने की तैयारी की थी, वे इस माहौल को देखकर निराश हैं।
थोक सब्जी और फल मंडी भी प्रभावित हुई है। प्याज और आलू को छोड़कर सब्जियां और फल नष्ट होने के कगार पर हैं। प्रतिदिन लाखों का कारोबार होने वाली ये मंडियां अब ठहर गई हैं। व्यापारी आशा कर रहे हैं कि भारत-नेपाल के बीच आवागमन पहले की तरह सामान्य हो और व्यापार पुनः सुचारू रूप से चले।