जंगल व सुनसान जगह पर खड़ी हो रही सरकारी बस, यात्रियों पर संकट, पुलिस के लिए बनी मुसीबत

पलियाकलां-खीरी। भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के लिए संचालित सरकारी बसें यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनती जा रही हैं। नियमों के मुताबिक पलिया में चौकी चौराहे पर बस स्टॉप और सुरक्षित खड़ी करने की जगह निर्धारित है, लेकिन इसके बावजूद मथुरा डीपो के चालक-परिचालक चंद रुपयों के लालच में बसों को पलिया से करीब 8 किलोमीटर दूर रात 1 बजे बंसीनगर चौकी के सामने सुनसान जगह पर खड़ा कर गायब हो जाते हैं।

अंधेरे में खड़ी रोडवेज बस हर समय बड़ी घटना की आशंका को जन्म देती है। खासतौर पर नेपाल से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक है, क्योंकि वहां न तो कोई व्यवस्था है और न ही यात्रियों की सुविधा। पास ही जंगल होने के कारण जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है, साथ ही लूटपाट जैसी घटनाओं की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

जबकि पलिया में स्टेशन रोड चौकी के पास बस खड़ी करने के लिए सुरक्षित स्थान निर्धारित है, लेकिन मथुरा डीपो के चालक-परिचालक वहां बसें न रोककर बंसीनगर ले जाते हैं। यह लापरवाही यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रही है और पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन गई है।

मथुरा डीपो के एआरएम से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बातचीत नहीं हो सकी।