धरियाई गांव में तेंदुए की दहशत, वन विभाग के विरुद्ध ग्रामीणों का आक्रोश और नारेबाजी

फतेहाबाद। निबोहरा थाना क्षेत्र के धरियाई गांव में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया जब ग्रामीण घीराम वर्मा ने खेत के पास पीपल के पेड़ पर तेंदुए को बैठे देखा। तेंदुए की मौजूदगी से गांव में अफरा-तफरी फैल गई। लोग सुरक्षित दूरी बनाकर इकट्ठा हो गए और तुरंत वन विभाग को सूचना दी, लेकिन कई घंटे बीतने के बाद भी विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले तीन दिनों से विभाग केवल आश्वासन दे रहा है। हर बार कहा जाता है कि टीम भेजी जाएगी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा भगवान भरोसे छोड़ दी गई है। महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा खतरे में हैं और ग्रामीण रातभर पहरा देने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही पिंजरा नहीं लगाया गया, गश्त नहीं बढ़ाई गई और सुरक्षा की ठोस व्यवस्था नहीं की गई तो वे तहसील मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि तेंदुए से जान-माल की हानि हुई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी वन विभाग की होगी।

घटनास्थल पर घीराम वर्मा, विजय कुमार, मिहिलाल, महेंद्र सिंह, दिनेश चंद, नारायण सिंह, मूंगाराम, खेमचंद, पुरुषोत्तम, हरप्रसाद, मनोज, अर्जुन सिंह, भूरी सिंह, अनिल, सूरज समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट होकर सुरक्षा की मांग कर रहे थे।

फिलहाल वन विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष और गांव में भय का माहौल बना हुआ है।