
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के कैसरबाग थाना क्षेत्र स्थित लाटूश रोड मछली मंडी में मंगलवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। करीब 1 बजकर 20 मिनट पर अचानक एक पुराना पीपल का पेड़ धराशायी हो गया। भारी भरकम पेड़ गिरने से पास के मकान की दीवार ढह गई और सड़क किनारे बनीं कुछ टीनशेड दुकानें भी इसकी चपेट में आ गईं। हादसे के समय क्षेत्र में सामान्य आवाजाही हो रही थी, इसलिए वहां मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए। अचानक हुई इस दुर्घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग मदद के लिए दौड़ पड़े।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना कैसरबाग प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया। दमकल विभाग की टीम भी मौके पर बुलाई गई। उच्चाधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे और खुद राहत कार्यों की निगरानी करते रहे। पुलिस और दमकल की टीम ने लोगों को पेड़ और मलबे से निकालकर एंबुलेंस के जरिए बलरामपुर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने एक बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया जबकि चार लोगों को इलाज के लिए भर्ती किया गया।
पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान रामू देवनाथ पुत्र स्व. राधा चरण देवनाथ उम्र लगभग 70 वर्ष निवासी शिवलोक, त्रिवेणीनगर थाना अलीगंज के रूप में हुई है। परिजनों को सूचना दे दी गई है और पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। हादसे के बाद से मृतक के घर में कोहराम मच गया है।
घायलों में मोहम्मद रिजवान (25 वर्ष) पुत्र इब्राहिम निवासी मछली मोहल्ला कैसरबाग, मोहम्मद शोएब (27 वर्ष) पुत्र मोहम्मद आलिम निवासी मछली मोहल्ला कैसरबाग, मोहम्मद अरमान रसूल (34 वर्ष) पुत्र मोहम्मद अनीस निवासी मछली मोहल्ला अम्बूर खाना कैसरबाग और अभिषेक यादव (25 वर्ष) पुत्र रूपलाल यादव निवासी बहलिया थाना मलिहाबाद शामिल हैं। इन सभी का इलाज बलरामपुर अस्पताल में चल रहा है, जहां उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पीपल का यह पेड़ बहुत पुराना था और वर्षों से जर्जर हालत में खड़ा था। कई बार स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इसे हटाने की मांग की थी, लेकिन समय रहते ध्यान न देने की वजह से यह हादसा हो गया। अचानक भारी भरकम पेड़ गिरने से ऐसा लगा मानो कोई बड़ा धमाका हुआ हो और लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे। कई लोग मलबे में दबे हुए भी नजर आए, जिन्हें निकालने के लिए पुलिस और दमकलकर्मी देर तक मशक्कत करते रहे।
हादसे के बाद से आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। लोग प्रशासन से यह सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर जर्जर पेड़ों को समय रहते काटा क्यों नहीं गया। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि इस क्षेत्र में कई और पुराने पेड़ भी हैं, जिनके गिरने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने प्रशासन से ऐसे पेड़ों की पहचान कर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं न हों।
फिलहाल पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायलों का इलाज कराया जा रहा है। उच्चाधिकारी मौके पर हालात का जायजा लेते रहे। राहत और बचाव कार्य देर शाम तक चलता रहा। इस दुर्घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं क्योंकि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कोई कदम न उठाना अब एक बड़ी लापरवाही के रूप में देखा जा रहा है।