खेरागढ़ में डीएपी खाद की कमी से किसानों में चिंता

खेरागढ़।खाद की पर्याप्त उपलब्धता का दावा करने वाले अधिकारियों के बयान किसानों को हकीकत में नजर नहीं आ रहे हैं। खेरागढ़ के किसान सरसों, गेहूं और आलू की फसल की बुवाई के लिए डीएपी खाद की कमी से परेशान हैं।

किसानों का कहना है कि खाद की कमी के कारण उन्हें समितियों पर रातभर रतजगा करनी पड़ रही है और कई बार निराश होकर लौटना पड़ता है। खुले बाजार में डीएपी महंगे भाव पर उपलब्ध है, लेकिन विक्रेता इसे सिर्फ भरोसेमंद किसानों को ही दे रहे हैं ताकि कोई शिकायत न कर सके।

खानपुर निवासी किसान श्री चंद्र, नगला उड़ैया के विनोद और पंकज ने बताया कि जब खेरागढ़ सहकारी समिति में डीएपी आने की जानकारी मिली, तो किसान रात तीन बजे से ही समिति पर जुट गए, लेकिन खाद वितरण दोपहर चार बजे ही हो सका।

समिति अध्यक्ष अरविंद सिंह और सचिव अनेक सिंह ने बताया कि अभी 150 टन खाद उपलब्ध हुई है, जबकि 150 टन और चाहिए। एक गाड़ी डीएपी की आई थी, लेकिन अधिक संख्या में पहुंचे किसानों को टीक कर वितरण कराया गया।

किसान चिंतित हैं कि बिना पर्याप्त खाद के फसल की बुवाई कैसे की जाएगी और यह उनकी आय पर सीधा असर डाल सकता है।