
लखनऊ। भारतीय फिल्म उद्योग के सुविख्यात फिल्म निर्माता एवं अभिनेता राहुल मित्रा रविवार को गोमतीनगर स्थित इंडियन फिल्म्स अकादमी पहुँचे, जहाँ उन्होंने छात्र-छात्राओं से विशेष संवाद किया। अकादमी के संस्थापक दिनेश कुमार सहगल, जो कि उत्तर प्रदेश फिल्म बंधु के पूर्व उपनिदेशक रह चुके हैं, एवं फिल्म निर्देशक और अभिनय गुरु योगेश मिश्रा ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

करीब तीन घंटे तक चले इस विशेष सत्र में राहुल मित्रा ने अपने फिल्मी सफर और अनुभव साझा करते हुए छात्रों को अभिनय और फिल्म निर्माण की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में सफलता के लिए केवल हुनर ही नहीं बल्कि अनुशासन, ईमानदारी और निरंतर अभ्यास भी जरूरी है। छात्रों ने उनसे उत्साहपूर्वक सवाल किए जिनका उन्होंने सहज अंदाज में उत्तर दिया। वे अकादमी के सकारात्मक माहौल और विद्यार्थियों के आत्मविश्वास से बेहद प्रभावित दिखे।

इस मौके पर राहुल मित्रा ने घोषणा की कि वे अपने आगामी प्रोजेक्ट्स में इंडियन फिल्म्स अकादमी के योग्य छात्रों को अवसर देंगे। उनकी इस घोषणा से छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई और परिसर उत्साह से गूंज उठा। उन्होंने संस्थापकों को एक पौधा भेंट करते हुए कहा कि जैसे-जैसे यह पौधा बड़ा होगा, वैसे-वैसे यहाँ के छात्रों का करियर भी अभिनय की दुनिया में बढ़ता रहेगा।

कार्यक्रम के दौरान एडिशनल एसपी लखनऊ, राहुल श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को जीवन में अनुशासन और मेहनत के महत्व के बारे में बताया और कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। इसी क्रम में फिल्म लेखक-निर्देशक एवं रंगकर्मी मुकेश वर्मा तथा फिल्म निर्देशक करन वर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने छात्रों को कला, समर्पण और कड़ी मेहनत की अहमियत पर प्रेरित किया।

छात्रों के लिए सबसे यादगार क्षण तब आया जब राहुल मित्रा ने सरप्राइज देते हुए बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन रामपाल से लाइव वीडियो कॉल कराया। अर्जुन रामपाल ने छात्रों से सीधा संवाद किया और अभिनय की बारीकियों पर टिप्स साझा किए। उन्होंने छात्रों को भरोसा दिलाया कि जब भी वे लखनऊ आएंगे तो इंडियन फिल्म्स अकादमी ज़रूर आएंगे और यहाँ के विद्यार्थियों को अभिनय की तकनीक सिखाएँगे। उनकी इस बातचीत से छात्रों में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार हुआ।
गौरतलब है कि राहुल मित्रा हिंदी सिनेमा की कई चर्चित फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं जिनमें साहेब, बीवी और गैंगस्टर, साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स, बुलेट राजा, रिवॉल्वर रानी, सरकार 3, साहेब बीवी और गैंगस्टर 3, कैबरे और तोरबाज़ प्रमुख हैं। उनकी फिल्मों की सबसे बड़ी विशेषता जमीनी कहानियाँ और दिल को छू लेने वाले किरदार हैं।
इंडियन फिल्म्स अकादमी की स्थापना का उद्देश्य युवाओं को कैमरे के सामने अभिनय, फिल्म निर्माण और फिल्म उद्योग की वास्तविकताओं से जोड़ना है। यहाँ उत्तर प्रदेश सहित देशभर से आए छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर फिल्म जगत में अपनी पहचान बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं। रविवार का यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए प्रेरणादायक रहा बल्कि लखनऊ में फिल्म और अभिनय शिक्षा की संभावनाओं को भी और प्रखर बनाने वाला साबित हुआ।