
खेरागढ़। थाना क्षेत्र के डूंगर वाला गांव के पास उटंगन नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान कुसियापुर गांव के 13 लोग नदी में डूब गए। मौके पर स्थानीय ग्रामीणों और थाना प्रभारी खेरागढ़ मदन सिंह की मदद से तुरंत ही एक व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बावजूद, दो अन्य व्यक्तियों को मृतक के रूप में बरामद किया गया।
ग्रामीणों ने घटना के विरोध में सड़क जाम किया। प्रशासन की आश्वासन पर रात 7 बजे से 8 बजे के बीच एनडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। ऑपरेशन के दौरान पहले एक, फिर दूसरे और तीसरे व्यक्ति को निकाला गया, जबकि पूरी रात कई लोगों को बचाने का प्रयास असफल रहा।
दोपहर करीब 12 बजे क्षेत्रीय सांसद राजकुमार कर भी मौके पर पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने विधायक और सांसद के खिलाफ जमकर विरोध जताया। खैरागढ़ बाजार में लगे होर्डिंगों पर भी सांसद और बीजेपी जिला अध्यक्ष के फोटो को विरोध स्वरूप पोत दिया गया।
जिलाधिकारी आगरा अरविंद मल्लप्पा बंगारी और पुलिस आयुक्त आगरा दीपक कुमार ने भीड़ को समझाते हुए मिलिट्री पैरा कमांडो टीम भेजने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री या अन्य उच्च अधिकारियों के लिए जो टीम जाती है, वही टीम इस ऑपरेशन में लगी है, इसलिए आने में समय लग रहा है।
इस बीच समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन भी घटनास्थल पर पहुंचे और मीडिया से बातचीत में प्रशासन पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि नदी में अवैध मिट्टी खनन के कारण गहरे गड्ढे बने थे, जो इस घटना का प्रमुख कारण हैं। अन्यथा नदी का पानी इतना नहीं था कि लोग डूब सकते।
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और सांसदों ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। रेस्क्यू टीम द्वारा लगातार प्रयास जारी है और जिन लोगों को अभी नहीं बचाया जा सका है, उनके लिए अपातकालीन बचाव अभियान चल रहा है।