
माधौगंज, हरदोई।
श्री रामदुलारी इंटर कालेज चन्दीपुर के वार्षिकोत्सव शुभारंभ पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, बांगरमऊ सेवाकेंद्र की ब्रह्माकुमारी सरला बहन ने कहा कि जीवन में दैवीय गुण अपनाने से आत्मा शक्तिशाली महसूस करती है। उन्होंने बताया कि जैसे शरीर का पिता शरीर होता है, उसी प्रकार आत्मा का पिता निराकार ज्योति स्वरूप शिव है। इस अनुभव में टिकने से परमात्मा का प्यार जाग्रत होता है और अनेक शक्तियों की अनुभूति होती है।
सरला बहन ने बताया कि शक्तियों से भरपूर होने से तनावमुक्ति, नशामुक्ति, संबंधों में मधुरता और बुराइयों से मुक्ति मिलती है। इससे व्यक्तित्व में निखार आता है और आत्मा के अनेक जन्मों के विकर्म विनाश होकर सतोप्रधान बन जाती है। जीवन इस प्रक्रिया में पुष्पों की तरह खिल उठता है।
उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को स्कूल शिक्षा के साथ मूल्यनिष्ठ शिक्षा देना आज के समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। दैवीय गुणों को अपनाए बिना समाज में सच्ची सुख, शांति और अमन चैन संभव नहीं है। इसके लिए सभी को अपने नजदीकी ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र पर जाकर राजयोग की शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए।
इस अवसर पर बी के महेश भाई और बी के रामनरेश भाई ने भी समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय प्रबंधक अरविंद कनौजिया ने किया। उन्होंने वार्षिकोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने वाले और मेधावी बच्चों को सम्मानित किया।