पहली बार मनाया गया ‘ग्लोबल मैमल बिग डे’

ओखला बर्ड सैंक्चुअरी में हुआ विशेष ईको रन

उत्तर प्रदेश इको टूरिज्म विकास बोर्ड और उत्तर प्रदेश वन विभाग के सहयोग से ग्लोबल वाइल्डलाइफ फेयर ने पांच अक्टूबर को ग्लोबल मैमल बिग डे के रूप में उत्सव मनाया। इस अवसर पर ओखला बर्ड सैंक्चुअरी में सुबह ईको रन का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य लोगों को जंगली स्तनधारी जीवों के प्रति जागरूक करना और उन्हें प्रकृति के करीब लाना था।

इस रन में 10 से 60 वर्ष की उम्र के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। पहली बार दौड़ने वाले प्रतिभागियों ने भी वन अधिकारी की देखरेख में अद्भुत अनुभव प्राप्त किया। प्रतिभागियों की सुविधा के लिए बीच-बीच में वॉटर स्टेशन लगाए गए, ताकि किसी को डिहाइड्रेशन जैसी समस्या न हो।

ग्लोबल वाइल्डलाइफ फेयर की टीम ने observation.org के साथ सहयोग किया, जिससे दुनिया भर के लोग जंगली स्तनधारियों की तस्वीरें, रिकॉर्ड और जानकारी साझा कर सकते हैं। इस पहल ने अनकहे जीवों के प्रति सम्मान और संरक्षण की भावना को बढ़ावा दिया। एक प्रतिभागी ने गिलहरी की तस्वीर साझा करते हुए लिखा – “Nature’s surreal buddy”, जो इस अभियान की सकारात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाता है।

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि स्तनधारी जीव हमारे पर्यावरण और स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इनमें से कई संकट का सामना कर रहे हैं, जिनके संरक्षण की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। इसी उद्देश्य के साथ ईको रन का आयोजन किया गया।

ईको टूरिज्म विकास बोर्ड के अपर निदेशक प्रखर मिश्रा ने कहा कि यह आयोजन प्रकृति, फिटनेस और आनंद का सुंदर संगम साबित हुआ। प्रतिभागियों ने प्राकृतिक वातावरण में दौड़ का भरपूर आनंद लिया और सैंक्चुअरी के शांतिपूर्ण वातावरण की सराहना की। स्तनधारी जीवों के प्रति जागरूकता और उनकी सराहना फैलाने के उद्देश्य ने लोगों का ध्यान इस ओर आकर्षित किया।