
गोण्डा। जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में नाबालिग से महीनों तक दुष्कर्म कर उसे बच्चा जनने पर मजबूर करने वाले आरोपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई तब हुई जब मामला मीडिया में उजागर हुआ और पुलिस की संवेदनहीनता पर सवाल उठे।
पीड़िता ने अपनी तहरीर में बताया कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के भोपतपुर गांव निवासी लकड़ी का ठेकेदार लल्लन करीब डेढ़ साल तक उसे अपनी हवस का शिकार बनाता रहा। गर्भवती होने पर जब पीड़िता ने तीन अक्टूबर को वजीरगंज सीएचसी में एक बच्ची को जन्म दिया, तब आरोपी ने सार्वजनिक रूप से उसे अपनाने से इंकार कर दिया। आरोप है कि पुलिस की मदद से आरोपी ने तीन लाख रुपये में मामला रफा-दफा करने की कोशिश की और गरीब परिवार को इलाके के रसूखदारों के दबाव में चुप करा दिया गया।
परिजनों के डर और लोकलाज के कारण मामला लंबे समय तक दबा रहा। लेकिन जब नाबालिग की तबीयत बिगड़ी और आरोपी उसे इलाज के लिए अयोध्या और लखनऊ तक लेकर गया, तो मीडिया की नज़र उस पर पड़ी। इसके बाद मामले की परतें खुलने लगीं और पुलिस के टालमटोल रवैये पर सवाल उठने लगे।
मीडिया रिपोर्टों के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने संज्ञान लिया और शुक्रवार की शाम वजीरगंज पुलिस को मजबूर होकर आरोपी लल्लन को गिरफ्तार करना पड़ा।
अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर पुलिस इतने संवेदनशील मामले में अब तक क्यों चुप रही और आरोपी की रक्षा क्यों करती रही। यह प्रकरण एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली और उसकी विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि ऐसे जघन्य अपराधों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई ही समाज में भय और न्याय की भावना कायम कर सकती है।