
खेरागढ़। शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले कंपोजिट विद्यालय पहाड़ी कला में मंगलवार को बच्चों की मिड-डे मील थाली में कीड़े निकलने से हड़कंप मच गया। घटना से ग्रामीण और परिजन गुस्से में आ गए। कुछ बच्चों ने खाना टिफिन में भरकर घर पहुंचाया, जहां परिजनों ने देखा कि सोया बड़ी में कीड़े थे। इस खबर के वायरल होते ही ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी शेयर किया।
सूचना पाकर उप जिलाधिकारी ऋषि राव हरकत में आए और नायब तहसीलदार अभिषेक कुमार को मौके पर जांच के लिए भेजा। जांच में पाया गया कि बच्चों को दी गई सोया बड़ी में वाकई कीड़े मौजूद थे। हालांकि, प्रशासन की टीम के आने से पहले अध्यापकों ने बचा हुआ भोजन फेंक दिया। तत्काल कार्रवाई करते हुए तहसीलदार ने सोया बड़ी को सील करवा दिया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मिड-डे मील की सामग्री ग्राम प्रधान के जिम्मे है, जो खुद बाजार से सामान खरीदवाती हैं। रसोईया ने भी कहा कि “सामान प्रधान जी ही लाती हैं, हम सिर्फ पकाते हैं।” ग्रामीणों ने प्रधान और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों ने कहा, “बच्चों के लिए जो खाना बनना चाहिए था, वह तो जहर बन गया। ये मासूमों की सेहत के साथ खिलवाड़ है।”
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही पास के विद्यालय में दूषित दूध पीने से कई बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बावजूद शिक्षा विभाग में जवाबदेही का अभाव दिखाई देता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में बच्चों की थाली फिर कभी जहरीली न हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।