
फतेहपुर सीकरी। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष शबनम ने कहा कि तेरह मोरी बांध का पुनः संचालन क्षेत्रीय जल संरक्षण, भूजल स्तर सुधार और पानी की गुणवत्ता के लिए महत्वपूर्ण है। मानसून के दौरान पानी संचय से भूजल स्तर स्थिर रहता था और पानी की गुणवत्ता बेहतर रहती थी।
उन्होंने बताया कि तेरह मोरी बांध विश्व धरोहर फतेहपुर सीकरी का अंतरिम हिस्सा है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की सूची में संरक्षित है। बांध में पानी संचय करने से खारी नदी का वास्तविक उद्गम प्रभावित होता है और जलभृत (aquifer) में सुधार संभव है।
पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम ने कहा कि बांध जलसंचय प्रणाली बहाल करना जरूरी है, क्योंकि पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए गंगाजल और चम्बल नदी से पाइपलाइन की योजना अभी लंबी अवधि में पूरी होगी। तेरह मोरी बांध पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
नगर क्षेत्र में फिलहाल ट्यूबवेल आधारित जलापूर्ति है, जिसमें 11 ट्यूबवेल से पानी फिल्टर कर चार ओवरहेड टैंक के माध्यम से मोहल्लों में सप्लाई किया जाता है। पहाड़ी क्षेत्रों में पानी पहुंचाना चुनौतीपूर्ण है।
मोहम्मद इस्लाम ने कहा कि फतेहपुर सीकरी में बोतलबंद पानी की खपत भी अधिक है, खासकर विदेशी पर्यटकों के कारण। परिषद के पास वित्तीय साधन सीमित हैं, इसलिए NH-21 टोल और आगरा विकास प्राधिकरण से आर्थिक योगदान की मांग की गई है।
साथ ही उन्होंने कहा कि नगर में सीवर लाइन की आवश्यकता है। पत्थरीली जमीन और संकरी गलियों के कारण पहले यह संभव नहीं था, लेकिन अब ट्रेंचलेस तकनीक और ड्रिल मशीनों के उपयोग से यह कार्य किया जा सकता है।
चर्चा में सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधि अनिल शर्मा, राजीव सक्सेना और असलम सलीमी भी शामिल थे।